आखिर किसने और क्यों की पति-पत्नी की हत्या?
हत्यारे समझ रहे हैं बच गए, लेकिन पुलिस की जांच जारी
बालाघाट। जिले के कटंगी थाना अंतर्गत मोहगांव नांदी में हार्डवेयर व्यवसायी हेमेन्द्र बिसेन और उनकी पत्नी योगिता बिसेन की निर्मम हत्या की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझ सकी है। दंपत्ति की हत्या ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है।
बेटे ने सुनी थी आवाज
रविवार देर रात करीब चार बजे, हेमेन्द्र के बेटे ने घर में आवाज सुनी थी। उसने सोचा कि कोई बिल्ली होगी और ध्यान नहीं दिया। सुबह जब दुकान नहीं खुली तो ग्राहकों ने हेमेन्द्र के भाई करण बिसेन को इसकी जानकारी दी। करण ने अपनी पत्नी को भेजा, जिन्होंने घर के भीतर जाकर दंपत्ति के शव देखे और परिजनों व पुलिस को सूचना दी।
हत्या का तरीका और सबूत
एफएसएल टीम को दंपत्ति के सिर पर खुरी जैसी किसी वस्तु से वार के निशान मिले।
खून के छींटे दीवारों और बिस्तर तक फैले हुए थे।
घटनास्थल से फिंगरप्रिंट, ब्लड सैंपल और स्लाइड एकत्रित किए गए।
दरवाजा अंदर से खुला था, जिससे आशंका है कि परिचित व्यक्ति ही इस वारदात में शामिल रहा होगा।
संदेह और संभावित कारण
ग्रामीणों के अनुसार हेमेन्द्र बिसेन हार्डवेयर व्यवसाय के साथ-साथ प्रॉपर्टी का काम भी करते थे। इथेनॉल प्लांट के पास उनकी कुछ जमीन होने की जानकारी भी सामने आई है। हालांकि, उनके साथी और परिचित बताते हैं कि हेमेन्द्र का कभी किसी से विवाद नहीं हुआ था और वे सहयोगी स्वभाव के थे। इसके बावजूद हत्या जिस शातिराना और नृशंस तरीके से की गई है, उससे संदेह है कि इसमें कोई नजदीकी या परिचित शामिल हो सकता है।
पुलिस की जांच
पुलिस मामले को गोपनीय ढंग से हैंडल कर रही है। हर एंगल से जांच की जा रही है – व्यापारिक, पारिवारिक और प्रॉपर्टी विवाद। एसडीओपी विवेक शर्मा ने बताया कि टीम लगातार जांच कर रही है और जल्द ही सच्चाई सामने आएगी।
भावनात्मक माहौल
घटना के बाद पूरे गांव में दहशत और आक्रोश का माहौल है। एक साथ दंपत्ति की अर्थी उठी, बेटे और बेटियों ने मुखाग्नि दी। लोग सवाल कर रहे हैं – “आखिर किसने और क्यों करनी पड़ी पति-पत्नी की हत्या?”