पीथमपुर में हाईटेंशन लाइन हादसा: छत पर खेल रहे जुड़वां बच्चों की दर्दनाक मौत, अस्पताल पर लापरवाही का आरोप
पीथमपुर (मध्य प्रदेश), JBT Aawaz:
मध्य प्रदेश के धार जिले के पीथमपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत सेक्टर-1 के ग्राम तारपुरा में एक हृदयविदारक हादसा सामने आया है। छत पर खेलते समय हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से जुड़वां भाईयों की मौत हो गई। यह पीथमपुर हाईटेंशन लाइन हादसा अब विद्युत मंडल और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को लेकर सुर्खियों में है।
छत पर खेलते समय हुआ हादसा
ग्राम तारपुरा निवासी 4 वर्षीय जुड़वां भाई विकास और आकाश घर की छत पर खेल रहे थे। इसी दौरान वे गलती से एक सरिया के साथ ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन के संपर्क में आ गए। करंट लगते ही दोनों गंभीर रूप से झुलस गए।
एमवाय अस्पताल में इलाज के दौरान मौत
दोनों बच्चों को तत्काल इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। विकास की हालत अधिक गंभीर थी और बुधवार रात इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। वहीं आकाश, जो कम झुलसा था और बातचीत भी कर रहा था, गुरुवार सुबह सांस लेने में तकलीफ के बाद चल बसा।
अस्पताल पर रक्त देने में लापरवाही का आरोप
बच्चों के पिता पवन ने एमवाय अस्पताल की लापरवाही पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि एक बच्चे को रक्त की आवश्यकता थी, लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों ने खुद रक्त देने की जगह ब्लड बैंक से लाने की पर्ची पकड़ा दी। जब वे ब्लड बैंक पहुंचे, तो गार्ड ने कहा कि बैंक साढ़े नौ बजे खुलेगा। इंतजार के दौरान ही उनका बेटा दम तोड़ गया।
विद्युत मंडल और नगर पालिका की लापरवाही जिम्मेदार – मजदूर नेता
मजदूर नेता हेमंत हिरोले ने इस हादसे के लिए नगर पालिका और मध्य प्रदेश पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी (MPPKVVCL) को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि तारों को जमीन के इतने पास रखना लापरवाही का नतीजा है।
मुआवजे और कार्रवाई का आश्वासन
विद्युत वितरण कंपनी के अभियंता संजीत कुमार ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि जिस हाईटेंशन लाइन से हादसा हुआ, उसे जल्द ही स्थानांतरित किया जाएगा। साथ ही पीथमपुर शहर में ऐसी अन्य जगहों की पहचान कर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा।