बिजली कंरट से बाघ की मौत
शिकार की नीयत से लगाया गया कंरट
सुशील उचबगले की रिपोर्ट
गोरेघाट तिरोड़ी
बालाघाट जिले के कटंगी वन परिक्षेत्र अंतर्गत पठार क्षेत्र के ग्राम पंचायत आजनबिहरी के जंगल के कच्छ क्रमांक 562 में 11 दिसंबर को करीब 3:30 से 4:00 के बीच एक वन्य प्राणी बाघ
की लाश पड़ी होने की जानकारी वन विभाग को मिली थी जिसके बाद वन विभाग की अमला तुरंत मौके पर पहुंचा प्राप्त जानकारी अनुसार 11 दिसम्बर को 3:30 बजे के करीब बाघ के मरे हुए पाए जाने की बातें सामने आई इसके बाद जहां एक तरफ पूरे गांव एवं क्षेत्र में हल्ला मच गया वहीं वन विभाग का अमला भी जल्द ही मौके पर पहुंच गया।
पोस्टमार्टम में हुआ खुलासा करंट की चपेट में आने से हुई मौत
कटंगी वन परिक्षेत्र अंतर्गत आजनबिहरी के जंगल में 11 दिसंबर की दोपहर 3:00 बजे एक बाघ की लाश देखी गई इसके बाद पूरा वन विभाग अमला मौके पर पहुंचा पूरी रात मरे हुए बाघ की निगरानी की गई वहीं 12 दिसंबर दोपहर करीब 12:00 बजे मरे हुए बाघ का पोस्टमार्टम कान्हा टाइगर रिजर्व से आए डॉ संदीप अग्रवाल द्वारा किया गया। वही कटंगी और वारासिवनी के पशु चिकित्सक भी मौजूद रहे । पोस्टमार्टम के बाद यह खुलासा हुआ कि बाघ की मौत बिजली करंट की चपेट में आने से हुई इसका मतलब ऐसा प्रतीत होता है कि शिकारी द्वारा जंगली जानवर का शिकार करने के लिए करंट लगाया गया था जिसकी चपेट में आने से बाघ के आने से उसकी मौत हुई।
पहुंचा डॉग स्क्वायड हुआ अंतिम संस्कार
जंगल में मिली बाघ की लाश से पूरे क्षेत्र में फैली पूरे क्षेत्र में हंगामा मच गया लाश मिलने के बाद ही वन विभाग का हमला मौके पर पहुंचा वही 12 दिसंबर को मंडल और बालाघाट से डॉग स्कॉट भी बुलाया गया जिनके द्वारा भी मामले की छानबीन की गई वहीं दोपहर करीब 3:00 बजे बाग का अंतिम संस्कार किया गया ।
मामले की जांच के लिए बनाई गई टीम
रेजर बाबूलाल चडार
इस पूरे मामले में कटंगी वन परिक्षेत्र अधिकारी रेंजर बाबूलाल चडार ने बताया कि बाघ की लाश मिलते ही पूरा विभाग मौके पर पहुंचा पोस्टमार्टम के बाद खुलासा हुआ कि बिजली करंट की चपेट में आने से बाघ की मौत हुई है ऐसा भी प्रतीत हो रहा है कि शिकारियों द्वारा करंट लगाया गया था जिसकी चपेट में बाघ आ गया मामले की जांच शुरू कर दी गई है मामले की जांच के लिए वन विभाग द्वारा तीन टीम बनाई गई है टीम द्वारा अपना काम शुरू कर दिया गया है।
पठार में रोज हो रहा बिजली करंट से जंगली जानवर का शिकार
इन दिनों पूरे पठार क्षेत्र में बिजली करंट से जंगली जानवर का शिकार किया जा रहा है जिसकी जानकारी मिल रही है कि रात्रि में 9 बजे के बाद कुछ लोगों द्वारा बिजली के तार बिछाकर जंगली जानवर का शिकार किया जाता है जिससे बार बार बिजली का आना जाना लगा रहता है बार बार बिजली के डी ओ उड़ाना उससे बिजली विभाग के अधिकारी भी परेशान है ।
