अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर बुढ़ी फिल्टर प्लांट में कार्यक्रम का हुआ आयोजन
मजदूरों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए लगाया गया शिविर
विधिक सहायता शिविर में दी गई कानूनी जानकारी
अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर आज 1 मई 2022 को बालाघाट में फिल्टर प्लांट बुढ़ी में मई दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मध्य प्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष एवं विधायक श्री गौरीशंकर बिसेन के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा, जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री आसिफ अब्दुल्ला, एसडीएम श्री के सी बोपचे, सिविल सर्जन डा संजय धबड़गांव, श्रम पदाधिकारी सुश्री दामिनी सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज पांडेय, जिला टीकाकरण अधिकारी डा परेश उपलप, मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री सतीश मटसेनिया, मानव अधिकार आयोग मित्र श्रीमती फिरोजा खान, महिला बा विकास से रचना चौधरी, सहायक श्रम पदाधिकारी श्री पी एल पिछोड़े, अन्य गणमान्य नागरिक, अधिकारी, चिकित्सक एवं बड़ी संख्या में मजदूर उपस्थित थे।
उच्च न्यायालय जबलपुर के निर्देशानुसार अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर श्रमिकों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर और विधिक सहायता शिविर का आयोजन भी किया गया था। इस शिविर में जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों द्वारा मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनका उपचार किया गया और जरूरी दवाओं का निःशुल्क वितरण किया गया । शिविर में जिला न्यायाधीश श्री आसिफ अब्दुल्ला एवं जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री सोमनाथ राय द्वारा मजदूरों को कानूनी जानकारियां दी गई और उनके अधिकारों के बारे में विस्तार से बताया गया । उन्होंने श्रम कानूनों पर विशेष रूप से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष एवं विधायक श्री गौरीशंकर बिसेन ने इस अवसर पर मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार मजदूरों एवं श्रमिकों के कल्याण के लिए तत्परता के साथ काम कर रही है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा संबल योजना बनाकर मजदूरों को जरूरत के समय अंत्येष्टि एवं अनुग्रह सहायता दी जा रही है। श्रमिकों के बच्चों को पढ़ने के लिए छात्रवृत्ति एवं विशेष स्कूलों में अध्ययन की सुविधा दी जा रही है। आयुष्मान योजना बनाकर 05 लाख रुपये तक के उपचार की सुविधा दी गई है । मुख्यमंत्री कन्या विवाह में 55 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है इसका लाभ श्रमिकों को भी मिल रहा है। कोई भी व्यक्ति श्रमिकों के साथ जबरदस्ती नहीं कर सकता है और उनसे बंधुआ मजदूर की तरह काम नहीं करा सकता है । यदि कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसके विरुद्ध बंधक श्रम अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाती है। बालाघाट जिले के श्रमिकों को अन्य राज्य में बंधक बनाकर काम कराए जाने की शिकायत मिलने पर उन्हें छुड़ा कर लाया गया है और उनकी मदद भी की गई है और बंधक बनाने वालों पर वैधानिक कार्रवाई भी की जा रही है।
कार्यक्रम में मध्य प्रदेश भवन एवं संनिर्माण कर्मकार मंडल की सुपर 5000 योजना के अंतर्गत पंजीकृत श्रमिकों के मेरिट में आने वाले कक्षा 10वीं एवं 12वीं के बच्चों को सहायता राशि के चेक प्रदान किए गए। इनमें सोनम विरूरकर, श्यामा गजभिए, कोमल पटले, अंजू दमाहे एवं कांशीराम पटले शामिल है। कार्यक्रम में संबल योजना के अंतर्गत 5 हितग्राहियों को 02-02 लाख रुपये की अनुग्रह सहायता राशि के प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इसके साथ ही महाराष्ट्र के नांदेड़ में बंधक बनाकर रखे गए बालाघाट जिले के श्रमिकों को छुड़ाकर लाने वाले राजस्व, पुलिस एवं श्रम विभाग के अमले को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। बैहर तहसील के ग्राम समनापुर की बालिका दमयंती मरकाम जिसके द्वारा नांदेड़ में बंधक बनाए जाने की सूचना बालाघाट जिला प्रशासन को दी गई थी उसे भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
समाचार संकलन प्रफुल्ल कुमार चित्रीव बालाघाट