इकलौते बेटे थे दोनों छात्र बस की टक्कर से दो छात्रों की मौत
एक की हालत वनी नाजुक आई सी ओ में है ,भर्ती दोनों मृत्यक छात्र च्चरे ,तहेरे भाई थे।
दो घरों के बुझ गये चिराग,मचा काहेराम पूरे गावँ में छाया मातम तीनों घरों की खुशिया बदली गम में,
रिर्पोट,हरीश गंगवार
देवरनियाँ।उत्तराखंड के सितारगंज में फोरलेन मार्ग पर रात के 3 बजे रोडवेज़ की टक्कर से दो घरों के चिराग बुझ गए, दोनों अपने मां बाप के इकलौते पुत्र थे। जबकि उनका एक दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद रात में ही दोनों के घरों में कोहराम मच गया। तीनों दोस्त बाइक से उत्तराखंड के नानकमत्ता मेले से वापस घर लौट रहे थे।परिवार वालो की नजरे अपने लडले के आने का इन्तजार कर रहे थे।सूचना मिलते ही पूरे गाँव में पसरा सन्नाटा गावँ में 24 घन्टा वीत जाने के बाद भी नहीं जले पूरे गाँव में चूले ,नालियों में पसरा है सन्नाटा।
एक ही परिवार से एक साथ उठी दो उर्थी तो रो ,रो ,कर गावँ वालो के उड़ गये होश।
देवरनियां कोतवाली क्षेत्र के मकसूदनपुर निवासी तीन दोस्त 20 वर्षीय संजय कुमार गंगवार पुत्र उमा शंकर, सौरभ गंगवार पुत्र द्वारिका प्रसाद (20 वर्ष) व अभिषेक गंगवार (20 वर्ष) पुत्र पप्पू गंगवार मंगलवार की शाम को अपने अन्य दोस्तों के साथ तीन बाइकों से उत्तराखंड के नानकमत्ता मेले घूमने गए थे। रात में ही करीब 3 बजे तीनों बाइक से घर वापस लौट रहे थे। सितारगंज के पास एक रोडवेज़ ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। दुर्घटना में संजय और सौरभ की मौके पर ही मौत हो गई।जब कि अभिषेक गंभीर रुप से घायल हो गया। दुर्घटना के बाद चालक रोडवेज़ बस छोड़कर भाग गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल अभिषेक को अस्पताल भेजा। इसी दौरान संजय के मोबाइल पर किसी का गांव से ही फोन आया ,तो उसे घटना के बारे वताया गया ,तब संजय के पिता उमाशंकर के मोबाइल पर फोन करके दुर्घटना की सूचना दी गई। हादसे के बाद गांव में कोहराम मच गया। तीनों घरों के परिजन ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे। मृतकों में संजय सिद्धि विनायक से फार्मेसी का कोर्स कर रहा था। जब कि सौरभ गन्ना उत्पादक डिग्री कॉलेज से बी कॉम प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। सौरभ और संजय दोनों अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे। सौरभ की एक मात्र बहन रजनी माता व पिता को और संजय अपने माता पिता और तीन बहनों शशि, शीतल और चंचल को रोता ,बिलखता छोड़ गया। पुलिस ने दोनों का पोस्टमार्टम कराया है। जबकि अभिषेक आईसीयू में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है।