उत्तर प्रदेश सरकार से सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉक्टर गोविंद राम प्यासी की पुनः नियुक्ति जबलपुर में होने से आम जनमानस में हर्ष- डॉक्टर पांडेय
उत्तर प्रदेश सरकार की सेवा में लंबे समय तक पदभार संभालते रहे डॉक्टर गोविंदराम प्यासी जो जून 2017 में प्रोफेसर एवं विभागाधक्ष राजकीय आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज वाराणसी से सेवानिवृत्त हुए थे उन्हें मध्य प्रदेश से जुड़े भजन आयुर्वेद महाविद्यालय से मांग पत्र के आधार पर डॉ प्यासी ने बीते 2 माह पूर्व रावतपुरा सरकार आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज जबलपुर भेड़ाघाट चौराहा जबलपुर में अपनी आमद पुनः नियुक्ति के रूप में दी है इन्हें पदभार संभालते समय पद का नाम दिया गया प्रोफेसर एवं अधीक्षक रावतपुरा सरकार आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज जबलपुर की व्यवस्था पठन-पाठन एवं विभिन्न विषयों में पाठ्यक्रम संधारण का दायित्व सौंपा गया है जो उत्तर प्रदेश सरकार के अधीन लंबे समय तक सेव आधारित कार्य अनुभव के दायरे में देखा जा रहा है बीते देवास मध्य प्रदेश राजपत्रित अधिकारी संघ पन्ना के आजीवन सदस्य अभिलेख जिला प्रवक्ता डॉक्टर एमपी पांडे ने ज्वाला देवी प्रांगण में हमारे अमानगंज ब्यूरो को बताया कि ग्राम पंचायत मुख्यालय कम थ ना तहसील अमानगंज की पावन भूमि में जन में डॉ व्यास जी की सेवा पाठ्यक्रम कक्षा आठवीं तक ग्राम कमता ना तत्पश्चात शासकीय श्री गणेश संस्कृत महाविद्यालय देवेंद्र नगर जिला पन्ना में 5 वर्ष 10 वर्ष 4 वर्ष 1975 से 1981 तक राजकीय आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज वाराणसी में लगन व निष्ठा के साथ शिक्षा दायित्व का संघार पाया उच्चतम अंकों से बीएएमएस डिग्री उपाधि हासिल करने के उपरांत उन्होंने उच्चतम आयुर्वेद शोध संस्थान सादुलपुर जिला चुरु राजस्थान में एम दी उपाधि के लिए चयन किया गया एमडी उपाधि हासिल करने के उपरांत उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से जुड़े प्रताप प्रताप 95 महाविद्यालयों में प्रोफेसर एवं विभाग अध्यक्ष का पदभार संभाला एवं जून 2017 की स्थिति में राजकीय आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज वाराणसी से सम्मान पूर्वक आप की सेवानिवृत्ति हुई कुल मिलाकर आम जनता जनार्दन पन्ना जिले के विभिन्न माननीय सरपंच जनपद पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष राजनेता कुमार सुरेंद्र सिंह परमार ने डॉक्टर 82 के उज्जवल व उच्चतम स्वास्थ्य के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है तथा डॉक्टर परासी के सतत प्रयासों पर उन्होंने हार्दिक बधाई दी है डॉक्टर पांडे का कहना है कि पन्ना जिले के ग्रामीण अंचलों में ऐसे होनहार भविष्य के प्रति आम जनमानस की धारणा उज्जवल भविष्य के परिचायक हैं।