एक सप्ताह बाद भी पुलिस नही कर सकी चोरी का खुलासा
मछरेहटा / सीतापुर । एक सप्ताह बीतने के बाद भी मछरेहटा पुलिस अभी तक चोरी की वारदात का खुलासा नही कर सकी । बताते चले कि बीते 3/4 अगस्त की रात अज्ञात चोरों पुलिस को खुली चुनौती देते हुए ब्लाक के सामने स्थित पत्रकार सुशील शुक्ला के मकान से नगदी सहित लाखों के जेवरात पर हाथ साफ किया ।
थाने से पचास कदम दूरी पर है मकान
पत्रकार सुशील शुक्ला का मकान थाने से महज पचास कदम दूरी पर है । मकान की ही लाइन मे कुछ दूरी पर दूसरे मकान मे पुलिसवाले भी किराये पर कमरा लेकर रहते है । मकान के पास ही पुराने अस्पताल मे पुलिसकर्मी रहते है । इसके बावजूद बेखौफ चोरों ने जिस तरह से घटना को अंजाम दिया वह मछरेहटा पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है ।
हवा हवाई हैं पुलिस के दावे
अमूमन मछरेहटा पुलिस चोरी की घटनाओं को दबाने मे माहिर है । चूंकि पत्रकार के घर का मामला था और थाने के पास की घटना थी इसलिए पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज की और दिखावे के लिए संदिग्ध लोगो की पकड़ धकड शुरू की लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप और सेटिंग गेटिङ्ग के फार्मूले पर चलने वाली पुलिस द्वारा पकड़े गए लोगो को इस तरह छोड़ना पीड़ित परिवार को नागवार गुजर रहा है ।
सात दिन बीतने पर भी थाने के सामने पत्रकार के घर हुई चोरी की घटना से पूरे कस्बे और क्षेत्र के लोग दहशत मे है । पत्रकार सुशील शुक्ला ने बड़े दुखी मन से आक्रोशित होते हुए कस्बा इंचार्ज अजीत वर्मा पर आरोप लगाया कि इतनी बड़ी वारदात होने के बावजूद एक बार भी हल्का इंचार्ज होने के नाते न घर पर आए न पीड़ित परिवार से हालचाल पूछा और अभी तक रात मे कभी गश्त करते हुए भी नही दिखे । हालांकि कस्बा इंचार्ज अजीत वर्मा की लचर कार्यशैली और सिपाही टुन्ना सिंह के सेटिंग के चर्चे बहुत जोरों पर है । कुल मिलाकर पीड़ित परिवार पुलिस के रवैये से आक्रोशित है । पत्रकार सुशील शुक्ला ने बताया यदि रक्षा बंधन तक पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नही पहुंचती है तो प्रशासनिक अधिकारियो को ज्ञापन देकर थाने का घेराव किया जाएगा ।
जेबीटी आवाज न्यूज़ सीतापुर