एक बार फिर से डरा देने वाली दर्दनाक घटना आई सामने। खबर है नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा से एक 6 साल की बच्ची के साथ अगव्हा कर दुष्कर्म के बाद हत्त्या की गयी :-
एक 6 साल की बच्ची के साथ अगव्हा कर रेप के बाद हत्त्या की गयी। जिसके बाद जस्टिस तबस्सुम खान ने आरोपी को फासी की सजा सुनाते हुए, अपने जजमेंट मे रुलादेने वाली एक कविता लिखी। यह फैसला मात्र 88 दिन मे लिया गया न्यायधीश अपने जजमेंट में उस बच्ची को दूसरी निर्भया के साथ जोडा हैं, घटना है -2,3 जनवरी की जब बच्ची अपने मामा के घर गयी हुई थी, सूत्रों के मुताबिक यह बताया जा रहा है की आरोपी पहले से ही बच्ची के पलंग के नीचे छुपा हुआ था जब घर वालो ने देखा जिसे बाद आरोपी ने उनसे उनकी एक बेटी देने को कहा परिजनों ने आरोपी को भगा दिया आरोपी के जाने के बाद बच्ची को उसकी माँ ने सुला दिया, उसके बाद रात के करीब 9 बजे आरोपी फिर से घर मे आकर बच्ची को अगव्हा कर ले गया और उस छोटी सी बच्ची के साथ रेप करके फिर उसकी हत्त्या करदी और झाडियों मे फेक दिया,
दूसरे दिन 3 जनवरी को जब बच्ची नहीं मिली तब परिजनो ने पुलिस को खबरदी और पुलिस ने आरोपी की उसी दिन गिरफ्तारी कर लिया। आरोपी खुद 3 बचो का बाप बताया गया आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया,
जिसे बाद कोर्ट मे उसके खिलाफ 39 गवाह, 96 दस्तावेज, 33 फिजिकल साक्ष पेश किये, डीएनए रिपोर्ट में भी वह दोषी सिद्ध हुआ और इनही सबूतो को मद्दे नज़र रखते हुए आरोपी को 3000 जुर्माना और पीडिता के परिवार को 4 लाख रुये का मुहावज दिलाये जायेंगे… और अंत में उसे सजा मिली जेसे ठीक निर्भया केस मे मिली थी उम्मीद हैं की हाई कोर्ट, या सुप्रीम कोर्ट उसकी फासी की सजा खारिज ना करे, अगर ऐसा हुआ तो दिन ब दिन लडकियो के खिलाफ जुर्म बढता ही जायेगा। जरूरी हैं की इस मांसिकता के लोगो के लिए कडे से कड़े फैसले लेगे नही तो ये देश की बेटियां ऐसे ही अपनी जान गवाते रहेगी, माँ बाप अपनी लाडली खोते रहेगे।
भारत देश जहा पर नारियों को पूजा जाता हैं वही पर सबसे ज्यादा महिलाओ के साथ रेप हत्त्याये होती रही हैं। जरूरी हैं की देश की न्यायिक सेवा अपनी ताकत का सही उपयोग करके ऐसे आरोपियों के लिए डर का माहौल बना दे इतना ही डर जितना एक लडकी अकेले घर से बाहर जाने से डरती हैं उतना ही हर व्यक्ति को किसी भी बच्ची लडकी को बुरी नज़र से देखने से हो। अंततः आप सभी से निवेदन है की लडकियों को जितने संस्कार सिखा रहे उतने ही अपने लडको को भी सिखाये…
Adv. Mahak Tirpude ✍️