औद्योगिक क्षेत्र में गिट्टी खदान मैं हो रही ब्लास्टिंग से रहवासी परेशान |
पीथमपुर।औद्योगिक क्षेत्र में स्तिथ गिट्टी खदानों मे की जा रही बलास्टिंग से ग्रामीण परेशान, मकानों की दीवारों में पड़ गई है दरार, आलम यह की ग्रामीणों का जीना बहाल है, ग्रामीणों द्वारा सरपंच को भी शिकायत की गई बवाजूद इसके अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, आपको बता दे की पीथमपुर के ग्राम खेड़ा और ग्राम खंडवा में सैकड़ो गिट्टी खदान स्थित है, खदान वाले आए दिन हॉलैंड मशीन से बड़े-बड़े ब्लास्टिंग करते हैं,वही ब्लास्ट करने के बाद पत्थर उछल कर रहवासी क्षेत्र में चले जाते हैं। कई घरों के चद्दर टूट चुके हैं,तो कई मकानों में दीवारें दरारे आ गई है,इन बम के धामाको के कारण ग्रामीणों में दहशत का माहौल है,किसी दिन भी हो सकता है बड़ा हादसा,, वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि आसपास के खदान के लोग अवैध उत्खनन करते हैं, वही दिन रात और ब्लास्टिंग भी की जा रही है
जिस के कारण हमारे घरों को नुकसान पहुंच रहा है, घरों के चद्दर टूट चुके हैं,, मकान की दीवारें मैं दरारें पड़ गई है, वहीं स्थानीय सरपंच को शिकायत भी की गई लेकिन उनका जवाब हमेशा गोल मोल रहता है,,, वही अगर बात की जाए तो खदानों का विरोध और ब्लास्टिंग से जुड़ा यह कोई पहला मामला नहीं है, ,,इससे पूर्व में भी ग्रामीणों द्वारा प्रदूषण विभाग में शिकायत दर्ज करा चूके है,, वहीं पीथमपुर के प्रदूषण विभाग के अफसर द्वारा मामले को संज्ञान में लेते हुए करीब 12 खदानों के बिजली कनेक्शन भी काट दिए थे,, मंत्री के दबाव में आकर वापस कनेक्शन जोड़े गए, नेताओं के संरक्षण अवैध खनन माफियाओं का कारोबार फल फूल रहा है,,वही इन खदानों से होने वाले प्रदूषण से किसानों की फैसले खराब हो रही है,, अवैध उत्खनन लगातार क्षेत्र में जारी है,,जिससे शासन को करोड़ों रुपए का चूना भी लग रहा है, शिकायत के बाद भी खनिज विभाग और प्रदूषण विभाग की बड़े स्तर पर कोई कार्रवाई देखने को नहीं मिली है,,
ग्रामीणों को हो रही दमें की शिकायत खदानों के आस पास रहने वाले ग्रामीण खासी सर्दी व दमें जैसी बीमारियो से ग्रसित हो रहे है। ग्रामीणों का कहना है की गिट्टी खदानों से उड़ने वाली धूल से हमें ये बीमारियां मिल रही है। लगभग हर घर में एक व्यक्ति ऐसी किसी बीमारी से पीड़ित हो रहा है!