कलेक्टर डॉ मिश्रा ने किया वारासिवनी में एसडीएम, तहसील
एवं जनपद पंचायत कार्यालय का निरीक्षण
कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने आज 20 अप्रैल को वारासिवनी के एसडीएम कार्यालय, तहसील कार्यालय एवं जनपद पंचायत कार्यालय का निरीक्षण किया और कार्यालय में संधारित रिकार्ड एवं अभिलेखों की जांच की। इस दौरान एसडीएम श्री संदीप सिंह, जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री दीक्षा जैन एवं तहसीलदार श्री राजेन्द्र टेकाम भी उपस्थित थे।
शापिंग काम्प्लेक्स का शेष कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश
कलेक्टर डॉ मिश्रा वारासिवनी में सबसे पहले गोलीबारी चौक पहुंचे और वहां पर 01 करोड़ 11 लाख रुपये की लागत से बनाये जा रहे जनपद पंचायत के शापिंग काम्प्लेक्स का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बताया गया कि मूल्यांकन के अनुसार अब तक 76 लाख रुपये का कार्य हो चुका है। ठेकेदार द्वारा बताया गया कि निर्माण की राशि मिलते ही शेष कार्य भी शीघ्र पूर्ण कर दिया जायेगा। कलेक्टर डॉ मिश्रा ने निर्माण एजेंसी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री को निर्देशित किया कि वे इस कार्य की शेष राशि के भुगतान के लिए प्रस्ताव शीघ्र तैयार करें। जनपद पंचायत की सीईओ को भी निर्देशित किया गया कि वे निर्माण ऐजेंसी को शेष राशि का शीघ्र भुगतान करायें। उन्होंने निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को निर्देशित किया कि शांपिंग काम्प्लेक्स का शेष कार्य शीघ्र पूर्ण कर उसे जनपद पंचायत को हस्तांतरित करें। जिससे जनपद पंचायत को काम्प्लेक्स की दुकानों से किराये के रूप में आय होने लगेगी।
कैशबुक एवं अन्य अन्य अभिलेखों के संधारण में मिली लापरवाही
कलेक्टर डॉ मिश्रा ने जनपद पंचायत कार्यालय वारासिवनी के निरीक्षण के दौरान कार्यालय की विभिन्न शाखाओं के अभिलेखों की जांच की। इस दौरान पाया गया कि कार्यालय के स्थापना लिपिक एवं लेखापाल अशोक पांडेय द्वारा माह जनवरी 2022 के बाद केशबुक नहीं भरी गई है। विधायक एवं सांसद जनसम्पर्क अनुदान की राशि का भी ठीक से वितरण नहीं किया जा रहा है। केशबुक के अनुसार 19 लाख रुपये की जनसंपर्क अनुदान राशि का वितरण शेष था। जांच में पाया गया कि जनपद पंचायत की सीईओ दीक्षा जैन द्वारा भी कार्यालय के कैशबुक एवं अन्य अभिलेखों का नियमित रूप से निरीक्षण नहीं किया जा रहा है।
संबल योजना के अभिलेखों के निरीक्षण में पाया गया कि समग्र सामाजिक सुरक्षा विस्तार अधिकारी सुश्री नुपुर झा द्वारा अंत्येष्टि सहायता के प्रकरणों के निराकरण में गंभीर लापरवाही बरती जा रही है। उनके द्वारा अंत्येष्टि सहायता के 56 प्रकरणों का नहीं किया गया है और इन प्रकरणों को पोर्टल पर निरस्त भी नहीं किया गया है। अंत्येष्टि सहायता स्वीकृत करने के लिए मृतक की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है। अंत्येष्टि सहायता के कुछ प्रकरण वर्ष 2019 से लंबित पाये गये है। कलेक्टर डॉ मिश्रा ने जनपद पंचायत के कम्प्यूटर कक्ष में विवाह सहायता के प्रकरणों के निराकरण की स्थिति भी देखी।
कलेक्टर डॉ मिश्रा ने जनपद पंचायत कार्यालय में विभिन्न योजनाओं के अभिलेखों के संधारण में लापरवाही बरते जाने के लिए जिम्मेदार सभी कर्मचारियों एवं समग्र सामाजिक सुरक्षा विस्तार अधिकारी सुश्री नुपुर झा को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये कि क्यों न उनके विरूद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाये। कलेक्टर डॉ मिश्रा ने जनपद पंचायत की सीईओ सुश्री दीक्षा जैन को भी निर्देशित किया कि वे अपने कार्यालय के अभिलेखों का नियमित रूप से निरीक्षण करते रहें। इसके साथ ही उन्होंने जनपद पंचायत की किराये पर दी गई दुकानों से नियमों के अनुसार समय पर किराया वसूल करने के निर्देश दिये। किरायेदार द्वारा किराया का भुगतान नहीं करने पर उन दुकानों को सील करने के निर्देश दिये गये।
कलेक्टर डॉ मिश्रा ने एसडीएम कार्यालय एवं तहसील कार्यालय के निरीक्षण के दौरान आरबीसी-6-4 के प्रकरण, जाति प्रमाण पत्र, दायरा पंजी, राजस्व एवं न्यायालय प्रकरणों के निराकरण की स्थिति एवं विभिन्न राजस्व मदों में वसूली के अभिलेखों की जांच की और उनका सही संधारण करने के निर्देश दिये। कलेक्टर डॉ मिश्रा वारासिवनी के बाद जनपद पंचायत खैरलांजी पहुंचे और जनपद कार्यालय का निरीक्षण किया।