दमोह। थाना क्षेत्र अंतर्गत शिक्षक के शोषण और मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जाने से परेशान एक 19 वर्षीय छात्रा द्वारा खुद को आग लगा लेने का मामला सामने आया है। घटना में छात्रा ७५ प्रतिशत से अधिक जल गई है और उसकी गंभीर हालत के चलते उसे जबलपुर रैफर कर दिया गया है। वहीं घटना के बाद कॉलेज प्रबंधन पर भी उंगली उठ रही है लेकिन फिलहाल प्रबंधन इससे बचता दिखाई दे रहा है। हालाकिं पुलिस को मिले वयानों और प्रारंभिक जांच में यह भी आया है कि एक दिन पूर्व परीक्षा के दौरान छात्रा पर नकल का प्रकरण बनाया गया था और उक्तकार्यवाही के दौरान वहां आरोपी शिक्षक से साथ एक अन्य महिला शिक्षक भी थी। ऐसे में पुलिस इस मामले के सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
प्राप्त जानकारी अनुसार तेंदूखेड़ा शासकीय महाविद्यालय में फाइनल कक्षा की छात्रा आयुषी पिता अरविंद जैन ने गुरूवार को जब घर पर अकेली थी उस दौरान उसके द्वारा खुद को आग के हवाले कर दिया। घटना की जानकारी मिलने पर ग्राम धनेटा में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पद पर पदस्थ उसकी मां मौके पर पहुंची और अन्य लोगों की मदद से उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां से उसे रैफर कर दिया गया।
शिक्षक पर लगाया शोषण का आरोप
वहीं छात्रा और उसके परिजनों का आरोप है कि छात्रा द्वारा उठाए गए इस कदम के पीछे उसे कॉलेज के एक शिक्षक अरूण पटैल द्वारा परेशान और शोषण किया जाना और पीडि़ता को पिछले एक वर्ष से परेशान किया जाना बताया जा रहा है। शिक्षक की इस हरकत पर जब छात्रा द्वारा उसकी बातों पर ध्यान नहीं दिया तो उसके द्वारा उसकी बात ना मानने पर परीक्षा के दौरान देख लेने की बात भी कही थी, जिसके बाद बुधवार को परीक्षा के दौरान छात्रा को फिर परेशान किए जाने की बात कही जा रही है।
कैमिस्ट्री के पेपर से फिर उठा विवाद
वहीं इन आरोपों के बाद बुधवार को कॉलेज में संपन्न हुए केमिस्ट्री के पेपर में भी एक विवाद सामने आया है। परिवारजनों का आरोप है कि परीक्षा के दौरान आरोपी शिक्षक सहित वहां मौजूद एक अन्य शिक्षिका रिचा लोधी द्वारा उससे परीक्षा शुरू होने के १५ मिनट बाद ही परीक्षा कॉपी छीन ली और उसे पेपर हल नहीं करने दिया। इसके अलावा उसे परेशान करने और झूठा फसाते हुए जांच के नाम पर उसे गलत ढंग से छूआ गया जिससे छात्रा अत्यंत दु िात थी और सार्वजनिक स्थान से हुई इस घटना से व्यथित होकर उसके द्वारा आत्महत्या का प्रयास किया गया। वहीं पीडि़ता के माँ का कहना है कि लंबे समय से हो रही इस छेड़छाड़ और परेशान किए जाने की जानकारी मुझे नहीं थी और आज भी उसे यह बात पता चही है, वहीं उनके द्वारा आरोपी शिक्षक सहित महिला शिक्षिका पर भी परेशान किए जाने के आरोप लगाए है।
परीक्षा में बनाया गया नकल प्रकरण
जहां एक ओर पीडि़ता और उसके परिजनों द्वारा शिक्षकों पर गंभीर आरोप लगाए गए है, वहीं इन आरोपों के बीच वुधवार को हुई परीक्षा से जुड़ा एक दूसरा पहलू भी सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि परीक्षा के दौरान छात्रा पर नकल सामग्री के साथ पकड़े जाने के चलते उसपर प्रकरण बनाया गया था और साथ ही साथ उसकी तलाशी भी इस दौरान ली गई थी। वहीं इसके पूर्व छात्रा द्वारा अपने साथ होने बाली इस छेड़छाड़ की शिकायत कही भी और किसी भी स्तर पर दर्ज ना कराया जाना भी सामने आया है। वहीं मामले को लेकर जब कॉलेज प्राचार्य सुभाष अग्रवाल से संपर्क करना चाहा तो उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया। ऐसे में अब पुलिस सभी पहलुओं की जांच और वयानों के आधार पर जांच को दिशा दे रही है। गुरूवार को सूचना मिलने पर तेंदूखेड़ा थाना प्रभारी बीएल चौधरी व एसआई सुरभी चौहान स्वास्थ्य केंद्र पहुंची तो उसके पूर्व ही उसे जबलपुर रैफर कर दिया गया था। जिसके चलते अब तेंदूखेड़ा थाने के पुलिस अधिकारी जबलपुर में पीडि़त छात्रा के वयान दर्ज करने रवाना हुए है और वयानों के बाद मामला दर्ज कर किया जाएगा।