कोमी एकता का प्रतीक बनी बस स्टैंड में बिराजी माई दुर्गा – आकर्षण का केंद्र बनी गोरी स्वरूप दुर्गा “”””””””””””””””””””””””””””” नव रात्रि को लेकर अमानगंज में हर्ष ओर उल्लास के साथ माई के आराधना का ओर दर्शन कर जल चढ़ाने का मन्दिरो में भक्तों का जन सैलाब उमड़ रहा है जिसमे ज्वाला माई खेर माई चंडी माता आसमानी मरही माई संतोषी माई अँधरखुआ की माई महारानी की मढिया में भक्तों का जन सैलाब उमड़ रहा है लोग दिव्य दर्शन का का लाभ लेकर मनोकामना की आस लगा रहे है लोगों का कहना है ऐसा कहना देवी माई देर सवेर सब पर कृपा करती है साथ ही नगर में सजे दिव्य पंडालों में विराजमान माता भक्ति आकर्षण का केंद्र बनी हुई है मन्दिरो में नवागत थाना प्रभारी द्वरा पुलिस की चुस्त दुरूस्त व्यबस्था की गई है ताकि कोई असमाजिक तत्व अराजकता न फेला सके नगर के सोनी महल्ला मटकी चौराहा फुहार चोक खरे महल्ला चतुर्वेदी महुल्ला में दिव्य दैवीय पंडाल सजे हुए है नगर के सोनी महल्ला में विंध्याचल में पाए जाने वाले सफेद शेर पर बिराजी माता दिव्य आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है बही नगर के नया बस स्टैंड में गौ माता के साथ माता विराजित है नया बस स्टैंड में बिराजमान माता कोमी एकता का प्रतीक स्थापित करती है इस पंडाल में अखण्ड देश ह्र्दय प्रदेश कोमी एकता गंगा जमुना तहजीब बरकरार रखती हूं जिसमे समूचे नव रात्रि के नव रातो में दिव्य दरबार मे सम्पूर्ण फलप्रसाद व्यवस्था बस स्टैंड के फल व्यापारियों द्वारा की जाती है जिनमे हिन्दू मुस्लिम शामिल होते है जिनमे कुँवर फल वाले बल्लू भाई जान रमजान खान राजा बाबू खान मुनीर खान भालू भाई जान लोग शामिल है कोमी यहां बिराजमान दैवीय पंडाल की कोमी एकता की परम्परा की नींव सप्पू भाई जान मुनीर भाई जान चम्पत राय तिवारी सन्दीप तिवारी द्वारा स्थापित हुई थी जिसमे सप्पू भाईजान का दुखद इंतकाल हो गया लेकिन कोमी एकता सदभवना की गंगा निरन्तर बहती चली जा रही है
कोमी एकता का प्रतीक बनी बस स्टैंड में बिराजी माई दुर्गा
RELATED ARTICLES