गन्ना उत्पादक महाविद्यालय बहेड़ी में योग दिवस के शुभ अवसर पर महाविद्यालय में योग किया गया।
जिसमें सिखाया गया निरोग रहने प्रसन्न रहने और दीर्धायु जीवन के लिए योग जरूरी है।गन्ना उत्पादक महाविद्यालय के प्रोफेसर (डॉ)हरिकेश सिंह के संरक्षण में चल रहे योग कार्यक्रम में रोवर्स रेंजर्स व एन0एस0एस0 के छात्र व छात्राओं को सूर्य नमस्कार प्राणायाम ,कपाल भारती भुजंगासन, चक्रासन , पद्मासन,हलासन , मत्स्यासन, तथा अमित योगाभ्यास जीवन के लिए आवश्यक है यह हमारी मानसिक और शारीरिक और आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी डॉ योगेंद्र यादव ने अमृत योग सप्ताह पर प्रकाश डाला। डॉ आशीष श्रीवास्तव ने योग में होने बाले लाभों पर प्रकाश डाला। वहीं रोवर्स अधिकारी (डॉ) राहुल कुमार गौतम ने अनुलोम विलोम बी0पी0 के सिक्स व्यायाम का योगाभ्यास कराया। और उनसे होने वाले लाभ बताएं । डॉक्टर हरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि 21 जून को सबसे बड़ा दिन भी कहते हैं इस दिन को ग्रीष्म सक्रांति भी कहते हैं इस दिन आम दिनों की तुलना में आज के दिन सूर्य की किरणें ज्यादा देर तक धरती पर रहती हैं इस कारण इसे बड़ा दिन माना जाता है इस घटना के कारण ही 21 जून को योग दिवस भी मनाया जाता है संक्रमण काल के दौरान योग करने से शरीर को बहुत लाभ मिलता है। इस कार्यक्रम में समस्त स्टाफ का सहयोग रहा। योग शरीर और मस्तिष्क की सेहत के लिए फायदेमंद होता है। योग आध्यात्मिक अभ्यास है जो शान्ति आत्मविश्वास और साहस को बढ़ाता है । योग के माध्यम से तन मन मस्तिष्क की गतिविधियों को और बेहतर तरीके से किया जा सकता है । योग एक ऐसा अभ्यास है , जो आपको कई तरह की बीमारियों से दूर रखता है । ऐसे में नियमित योगाभ्यास की सलाह दी जाती है । योग के महत्व को समझते हुए दुनियाभर को जागरूक करने के लिए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मनाने की शुरुआत हुई । योग दिवस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र संघ ने की । माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त महासभा में विश्व स्तर पर योग दिवस मनाने का आह्वान किया।