*बालाघाट जिले का सनसनीखेज अपहरण का मामला*
गुरूवार 25 अगस्त की शाम 5 बजे वारासिवनी में एक अपहरण की घटना सामने आई और कुछ ही देर में सम्पूर्ण वारासिवनी सहित बालाघाट जिले में मासूम के अपहरण से सनसनी फैल गई।
वारासिवनी के वार्ड 1 मिश्रा गली में रहने वाले प्लॉटिंग कारोबारी ईश्वरी गौतम के 7 वर्षीय पुत्र दक्ष को दो नकाबपोश बाईक सवारों ने उठा लिया। जहां परिजनों का इस घटना से रो-रोकर बुरा हाल था वहीं पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ के निर्देशन पर वारासिवनी सहित सारे जिले की पुलिस चौकन्नी हो गई और पुलिस के साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से मासूम दक्ष की फोटो वायरल कर दी गई,
यहां तक कि वारासिवनी के जनप्रतिनिधियों एवं आमजनों ने भी दक्ष का ढूंढने का भरसक प्रयास किया लेकिन रात्रि 8.30 बजे तक उसका कोई पता नहीं चल सका तभी बालाघाट मुख्यालय से महज 5 किमी की दूरी पर भरवेली थाने के पास सड़क किनारे एक मासूम खड़ा था जिस पर दो ऐसे लोगों की नजर पड़ी जिन्होंने अपनी फर्ज अदा करते हुए मानवता दिखाई। बीएससी की छात्रा प्रियंका नागेश्वर जो कि आवश्यक दवा लेने घर से मेडिकल जाने निकली थी वहीं एसी मेकेनिक युनूस खान भी उसी समय वहां से गुजर रहा था और दोनों ने जब बच्चे को देखा
तो पूछताछ की और जानकारी पुलिस को दी। इन दोनों जागरूक नागरिकों की मदद से ही बच्चा सही सलामत मिल पाया वहीं रात्रि 11 बजे पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने पुलिस कंट्रोल रूप में उससे दोस्ती कर ली थी। वहीं सीसीटीवी के लोकेशन में वह स्पष्ट इसीलिए किनारे खेल रहा
खेल रहे दक्ष जानकारी अनुसा इस घटना को लेकर प्रेसवार्ता की एवं बताया कि प्रियंका एवं युनूस ने बच्चे दक्ष अंतर्गत ग्राम सरक को पुलिस तक पहुंचाने में जो कार्य किया है वह प्रशसनीय है वहीं दोनों नगर के वार्ड क्र. अपहरणकर्ताओं को भी आईडेंटिफाई कर लिया गया है ।