*चना खरीदी का कार्य डाटा आपरेटरों के भरोसे, प्रभारी रहते है गायब*
*ऑफिस लेते है पंखे कि हवा संस्था प्रमुख प्रभारी, खरीदी केन्द्र मे नही है किसानों के लिए व्यवस्था*
लांजी। मध्यप्रदेश शासन द्वारा समर्थन मुल्य पर चना खरीदी के लिए क्षेत्र अंतर्गत मुख्यालय के वेयर हॉउस लाजिस्टीक कार्यालय लांजी के एक निजी गोदाम मे केन्द्र बनाये गए है जहां केन्द्र किरनापुर व केन्द्र लांजी के समर्थन मुल्य पर खरीदी कि जा रही है जहां देखा गया कि चना, विक्रय करने आए किसानों के लिए कोई व्यवस्था नही कि गई जिससे किसान गर्मी मे तपते हुए अपने चना बेचने पर मजबुर है और किसानों को चना खरीदी करने के लिए दिन-दिन भर धुप मे रहना पडता है बता दें कि चने कि उपज फरवरी मॉह के अंतिम सप्ताह से लेकर मार्च के पहले सप्ताह तक तैयार हो जाती है जिसकि समर्थन मुल्य पर खरीदी देरी से अप्रैल मॉह मे शुरू कि जाती है जिसके चलते जरूरतमंद किसान व्यापारीयांे को भी अवने-पौने दामों पर बेंच देते है जिसका फायदा व्यापारी उठाकर मालामाल हो रहे है जिसकि जानकारी खरीदी करने वाले कर्मचारी एवं उच्च अधिकारीयों को भी है ।
प्रभारी रहते है खरीदी केन्द्र से गायब* खरीदी केन्द्र वेयर हॉउस लाजिस्टीक कार्यालय लांजी मे देखा गया कि किरनापुर केन्द्र व लांजी केन्द्र दोनों हि खरीदी केन्द्र से लगातार तीन दिनों तक प्रभारी नदारत नजर आए और पुरा कार्याभार डाटा आपरेटरों के भरोसे छोड दिया गया जब डाटा आपरेटरों से पूूछा गया कि प्रभारी कहा पर है तो उनके द्वारा बताया गया कि शासकिय कार्य से बैंक गए हुए है जब प्रभारीयों से फोन लगाकर पड़ताल कि गई तो उनके द्वारा अपने-अपने ग्रामों मे होना बताया गया।
*संस्था प्रमुख जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्या मे बैठकर लेते है पंखे कि हवा-*खरीदी केन्द्र किरनापुर के संस्था प्रमुख रहांगडाले तथा लांजी धान खरीदी केन्द्र के संस्था प्रमुख बी आर बीसारे से पुछा गया कि आपके प्रभारी चना खरीदी केन्द्र से नदारत रहते है और पुरा कार्य डाटा आपरेटरों के भरोसे छोड देते है क्या यह सत्य है तो उनके द्वारा कहा गया कि हमारे प्रभारी दोनों केन्द्रों पर अपनी डयुटी करते है और पही पर रहते है और जानकारी इनके द्वारा चाहि गयी तो बातों को टालमटोल करते हुए घुमाफिरा कर जवाब देने लगे और लांजी खरीदी के संस्था प्रमुख बीआर बीसारे के द्वारा यह भी कहा गया कि हमारे सोसायटी मे तों शासकिय कार्य लिखा पढी का चपरासी भी करता है कर्मचारी कम होने के कारण हमारे द्वारा चौकीदार से भी कार्य करवाना पडता है और शासकिय लिखापढी भी चौकीदार के द्वारा करवाना पडता है।
*चना खरीदी का कार्य डाटा ऑपरेटरों के भरोसे प्रभारी रहते हैं गायब*
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