जबलपुर
डॉ मुकेश खरे आयुष्मान हॉस्पिटल पर लापरवाही पूर्वक इलाज करने की वजह से बच्ची की मौत का आरोप
जबलपुर के त्रिमूर्ति नगर में रहने वाले आशीष प्रधान नामक व्यक्ति ने आरोप लगाया है। उसकी 5 माह की बेटी मन्या प्रधान का स्वास्थ्य खराब हो गया था और से दस्त लग रहे थे। जिस वजह से वह अपनी बेटी को अर्ध रात्रि में डॉ मुकेश खरे को दिखाने पहुंचा था। डॉ मुकेश खरे ने उसकी बच्ची को आयुष्मान हॉस्पिटल में भर्ती करवा दिया था। आशीष प्रधान और उसकी पत्नी का आरोप है डॉ मुकेश खरे और आयुष्मान हॉस्पिटल में उनकी बच्ची का लगातार गलत इलाज किया गया इलाज में लापरवाही की गई। वह अपनी बेटी के दस्त की बीमारी का इलाज कराने पहुंचे थे। लेकिन डॉ मुकेश खरे और आयुष्मान हॉस्पिटल का स्टाफ कोई दूसरी दवा उस बच्ची को दे रहा था। जिसकी वजह से 5 महीने की मासूम बच्ची की हालत लगातार बिगड़ती चली गई। बच्ची की हालत बिगड़ते देख डॉ मुकेश खरे और आयुष्मान हॉस्पिटल के स्टाफ ने उनकी 5 माह की बच्ची को हार्ड बीमारी का पेशेंट बता दिया। और उसके बाद डॉ मुकेश खरे अचानक लापता हो गए। कुछ दिनों बाद पता चला डॉ मुकेश खरे छुट्टियां बिताने शहर के बाहर बेंगलुरु गए हुए हैं। वापस आने पर उनकी बेटी का इलाज किया जाएगा। इसी दौरान जब डॉ मुकेश खरे से आशीष प्रधान की बात हुई तो डॉक्टर खरे ने उन्हें जगदीश हॉस्पिटल में बच्चे को एडमिट करने बोल दिया। और इसी वजह से 5 माह की मासूम बच्ची की मौत हो गई। इस दौरान इलाज और जांच के नाम पर आयुष्मान हॉस्पिटल द्वारा और उसके बाद जगदीश हॉस्पिटल वाला आशीष प्रधान से मोटी रकम वसूली गई है। बच्ची की मौत के बाद जब आशीष प्रधान और उसके परिजनों ने बच्ची की जांच रिपोर्ट मांगी तो डॉक्टर मुकेश खरे और आयुष्मान हॉस्पिटल में रिपोर्ट देने से इनकार कर दिया।
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