सीतापुर
उत्तर प्रदेश
सनसनीखेज खुलासा
पत्रकार हर्षित शुक्ला को बदनाम करने वाली साजिश का हुआ बड़ा खुलासा।
15 अगस्त पब्लिक एप्प पर रमेश सिंह महोली के द्वारा एक वीडियो जारी किया गया था जिसमें अभिषेक मिश्रा और हर्षित शुक्ला को फर्जी पत्रकार बता कर उनके ऊपर क्लीनिक और झोलाछाप डॉक्टरों से अवैध वसूली का आरोप लगा कर वीडियो को बिना किसी ठोस सबूत के अपने ही किसी एंकर की आवाज में अभिषेक मिश्रा और हर्षित शुक्ला के ऊपर बेबुनियाद आरोप लगा कर वीडियो वायरल कर दिया गया
हर्षित शुक्ला अक्सर गरीबो की मदत करते रहते हैं इसलिए वो गरीबों के दिलों पर राज करते हैं जितना गरीब बेसहारा लोग हर्षित शुक्ला को प्यार देते हैं तो उतना ही समाज में गन्दी राजनीति करने वाले लोग उनसे जलन ईर्ष्या और बुराई भी करते हैं वीडियो वायरल होते ही विरोधियों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई विडियो को जन जन तक पहुंचाने के लिए विरोधियों ने सोशल मीडिया का सहारा लेकर नये नये वाट्सअप ग्रुप बना कर आग की तरह फैलाने काम कर दिया जैसे जैसे वीडियो वायरल हुआ भलाई बुराई करने वाले लोगों की संख्या बढ़ने लगी वायरल वीडियो को देखकर सही और ग़लत का पता लगाने के लिए कई चैनलों के पत्रकारों ने एक टीम बनाई जिसमें हमारे जेबीटी आवाज न्यूज का एक पत्रकार भी सम्मिलित था और पड़ताल पर निकल पड़े सबसे पहले हमारी टीम वहां पहुंची जिस क्लीनिक से वीडियो वायरल हुआ था वहां के डाक्टर से बाइट ली डाक्टर ने बताया वायरल वीडियो फर्जी है हमसे कोई अवैध वसूली नहीं की गई है और जब इस बात का पता रमेश सिंह महोली को लगा तो वायरल वीडियो का खंडन करते हुए अभिषेक मिश्रा और हर्षित शुक्ला को निर्दोष बताते हुए दूसरा वीडियो पब्लिक एप्प जारी कर दिया विना सोचे समझे रमेश सिंह महोली ने एक निर्दोष व्यक्ति को जो समाज में प्रतिष्ठित व्यक्ति की श्रेणी में आते हैं उसे बदनाम कर दिया बदनामी कलंक उसके मस्तक पर लगा दिया क्या पहले वाली प्रतिष्ठा रमेश सिंह महोली अभिषेक मिश्रा और हर्षित शुक्ला को वापस दे पायेंगे और अगर नहीं दे पायेंगे तो उनको ये हक किसने दिया है फर्जी वीडियो का सहारा लेकर सम्मानित व्यक्ति को बदनाम करने का
रमेश सिंह के द्वारा जो वीडियो चलाया गया था उसमे साफ देखा जा सकता है उस वीडियो मे कोई लेन देन होते नहीं दिख रहा है और न हि कोई अवैध वसूली का आडियो है
इसलिए हमारा जेबीटी न्यूज 15अगस्त को रमेश सिंह के द्वारा पब्लिक एप्प पर चलाएं गये फर्जी वीडियो का खंडन करता है। अनूप शुक्ला ब्यूरो रिपोर्ट थाना मिश्रिख जनपद सीतापुर