*टपकते भवन में पढ़ाई करने को मजबूर बच्चे*
तिरोड़ी-एक ओर शासन-प्रशासन द्वारा बड़े स्तर पर शिक्षा के स्तर में गुणात्मक सुधार एवं बच्चों को शिक्षा प्रदान करने का दावा किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर कई ऐसे स्कूल है जहां पर बच्चे जर्जर भवनों में पढ़ने को मजबूर है ऐसा ही मामला
ग्राम पंचायत तिरोड़ी के खाडीटोला में सर्व शिक्षा अभियान के तहत बनाए गए एकीकृत शासकीय माध्यमिक कन्या शाला भवन का है जहां जर्जर स्थिति में मेंटेनेंस ना होने की वजह से टपकती छत और जर्जर भवन में छात्र-छात्राएं पढ़ाई करने को मजबूर हैं बच्चों को अध्यापन करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है वर्षा में छत से पानी टपकने के कारण स्थिति और भी बदतर हो रही है इस और संबंधित विभाग ध्यान नहीं दे रहा है।
प्रधान पाठक कमलेश उके ने बताया कि स्कूल बिल्डिंग अत्यंत जर्जर स्थिति में पहुंच गई है इसके मेंटेनेंस के लिए हमने बीआरसी सर को बतलाया था किंतु उन्होंने कहा यह मेंटेनेंस कार्य मेरे अंदर नहीं है इसे जिला समन्वयक अधिकारी को आवेदन देकर करवाएं। इस स्कूल में प्राथमिक और माध्यमिक कक्षा के 60 बच्चे अध्ययनरत है वर्षा में छत में पानी टपकने और छत का प्लास्टर झड़ जाने की वजह से बच्चों को परेशानियों का सामना करना पढ़ रहा है जिस वजह से बच्चों की उपस्थिति भी कम रहती है पीने के पानी के लिए भी पुरानी बोर है जिसका पानी ज्यादा गर्मी पड़ने पर अट जाने से पीने की पानी की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है स्कूल की बाउंड्री ना होने से बच्चो को खेलकूद के दौरान गिरने से चोट का खतरा बना रहता है।
*किचन शेड में पानी की धार के बीच बनता है भोजन*
किचन शेड में भोजन किचन में टपक रहे पानी के बीच आशा मसराम और सहयोगी द्वारा भोजन बनाने का काम करती है उन्होंने बताया कि पानी टपकने के दौरान कई समस्याओं से गुजरना पड़ता है छत सुधारने के लिए कहा गया है लेकिन किसी ने भी ध्यान नहीं दिया।
इस संबंध में बीआरसी दर्पण गौतम से संपर्क करने की कोशिश की गई किंतु उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
तिराेडी से अमित जैन की खबर