डहरवाल कलार समाज करेगा हिंदू धर्म की रक्षा
डहरवाल कलार समाज संगठन गांव गांव में बैठक कर घर वापसी के कर रहा प्रेरित
सुशील उचबगले की रिपोर्ट
गोरेघाट तिरोड़ी
जिले में डहरवाल कलार समाज संगठन बालाघाट ने अपने समाज में धर्म की रक्षा के लिए अनूठी पहल शुरू की है जिसके अंतर्गत अपने जिले के समाज के ऐसे लोग जिन्होंने अलग अलग धर्म लिए हुए है उनकी घर वापसी के लिए पुरजोर प्रयास कर रहा है जिसमें समस्त तहसील के प्रत्येक ग्राम के ऐसे लोगों की जानकारी ली जा रही है जिसमें समाज के लोगों ने हिन्दू धर्म को छोड़कर अन्य धर्म लिए है।

बालाघाट जिले के तिरोड़ी तहसील की बैठक ग्राम गोरेघाट में की गई सर्वप्रथम आराध्य देव श्री शास्त्र बाहु भगवान की पूजा अर्चना की गई और अतिथियों का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया, जिसमे तिरोड़ी तहसील के गांव से समस्त ग्राम के समाज के अध्यक्ष और भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।सभी लोगों ने अपनी अपनी राय दी और जो लोग अन्य धर्म लिए है उन्हें कैसे वापस किया जाए इस बारे में विस्तृत चर्चा की गई। डहरवाल कलार समाज संगठन बालाघाट से संगठन मंत्री श्री शिवाजी बाविसताले, सहित, श्री राजेंद्र साकरे अध्यक्ष, श्री दुर्गा प्रसाद बाविसताले सचिव, श्री परदेशी राठौर कोषाध्यक्ष सहित सुशील उचबगले तिरोड़ी तहसील अध्यक्ष,श्री शिवकुमार शिवने कोषाध्यक्ष, श्री हितेश ड़हरवाल सचिव, श्री भाऊलाल आवरपाने संरक्षक, श्री रमन बीटले, श्री विजय बाविसताले, श्री अनिल बिटले, श्री रवि मंडलेकर, श्री उत्तम सोनगढ़े, श्री राजू सोनगढ़े, श्री नंदकिशोर जामुनपाने, शश्री कुलदीप बाघमारे, श्री मदन बेलखडे, श्रीमति वसुंधरा जामुनपाने, श्रीमति सरिता उचबगले, श्रीमती महिमा शिवने, श्रीमति रूपाली शिवने एवं अन्य मात्र शक्ति की उपस्थिति रही उसके अलावा ग्राम भोंडकी, गोरेघाट ,सुकली, कुड़वा आदि गांव से सभी डहरवाल कलार समाज के लोगों की उपस्थिति रही।

समाज के लोगों ने अपने वक्तव्यों में कहा और कड़ी निंदा भी की सनातन धर्म को छोड़कर अन्य धर्म में जाना बहुत ही दुखद है ऐसा धर्म जहां हमारे आराध्य देव का अपमान हो रहा हो जब अन्य धर्म ले रहे है उसमें हमारे आराध्य देव का विसर्जन कर दिया जाता है, अन्य पूजा में शामिल नहीं हो रहे है और तो और किसी मंदिर में नहीं जा रहे है जिसका डहरवाल कलार समाज ऐसे अन्य धर्म में गए लोगों को समझकर वापस लाने का कार्य कर रहा है।