*तहसीलदार सतीश चौधरी के द्वारा ज्युस पिलाकर अनशनकर्ता को आश्वासन देकर तुडवाया गया अनशन* लांजी। बीते 25 अप्रेल से अपनी मांगों को लेकर अनशन कर भूख हड़ताल पर बैठे लांजी अंतर्गत ग्राम पाथरगांव निवासी धनेश दुरूगकर तहसील कार्यालय के सामने बैठा था जिसके द्वारा बताया गया की पूर्व सरपंच प्रभावती पति चुडेन्द्र उरोड़े द्वारा पटवारी तथा तहसीलदार के साथ मिलकर उसकिी भूमि हक की जमीन पर बने मकान को अतिक्रमण मे होने की बात कहकर तोड़ दिया गया था । जिस वजह से धनेश दुरूगकर का परिवार पूरी तरह से टूट चुका है। जिससे आक्रोशित और परेशान धनेश दुरूगकर द्वारा सरपंच का घर नाप कराने के लिए आवेदन किया गया जिसमें पूर्व सरपंच के परिवार के द्वारा शासन की 22 डिसमिल भूमि पर अतिक्रमण करना पाया गया। जिसके उपरांत तहसीलदार के द्वारा कार्यवाही करते हुए जमीन से बेदखली के आदेश भी पारित किए गए थे लेकिन उसके बाद भी आज दिनांक तक शासकीय भूमि से अतिक्रमण नही हटाया गया। जिसके विरोध में धनेश द्वारा लगातार 8 दिनों तक भूख हडताल की गई जिसकी बिगड़ती हालत को देखते हुए 2 मई की सुबह 9 बजे पुलिस द्वारा धनेश को भूख हडताल स्थल से ले जाकर सिविल अस्पताल लांजी मे भर्ती कराया गया तथा आज 3 मई की शाम 5 बजे तहसीलदार सतीश चौधरी द्वारा सिविल लांजी अस्पताल पहूंचकर धनेश दुरूगकर को शीघ्र ही शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने का आश्वासन दिया गया। तथा जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया गया इस दौरान समाजसेवी एवं पत्रकार पवन कश्यप भी मौजूद रहे।
*एक माह के भीतर अतिक्रमण हटाने का मिला है आश्वासनर- धनेश*
इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए अनशनकारी धनेश दुरूगकर ने बताया कि मैं 25 अप्रैल से अपनी न्यायोचित मांगो को लेकर भूख हड़ताल पर अपने परिवार के साथ बैठा था जिसको संज्ञान में लेते हुए तहसीलदार महोदय द्वारा मुझे एक माह के भीतर पूर्व सरपंच द्वारा शासकीय भूमि पर किये गये अतिक्रमण को हटाने की बात कही गई है जिस पर विश्वास करते हुए मेरे द्वारा आज पत्रकार पवन कश्यप की मौजूदगी में अनशन समाप्त किया गया है। तथा इस भूख हड़ताल के दौरान मुझे लांजी क्षेत्र के पत्रकार भाईयों का पूर्ण सहयोग मिला जिसका मैं हृदय से आभारी हूं।
*अतिक्रमण को शीघ्र हटाने का प्रयास किया जायेगा-सतीश चौधरी*
वहीं इस मामले में जानकारी देते हुए तहसीलदार सतीश चौधरी ने बताया कि पाथरगांव निवासी धनेश दुरूगकर द्वारा बीते 25 अप्रैल से भूख हड़ताल की जा रही थी। जिसे पूर्व में पत्रों के माध्यम से तथा स्वयं 4 मर्तबा अनशन स्थल पर जाकर अनशनकारी धनेश को समझाईश दी गई है। वहीं अनशकारी धनेश के अस्वस्थ होने के चलते उसे 2 मई को अनशन स्थल से सिविल अस्पताल लांजी लाकर भर्ती किया गया था जो आज स्वस्थ हो चुका है तथा समझाईश देने पर अनशन तोडऩे के लिये मान गया है। उसे बताया गया है कि अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही एक न्यायिक प्रक्रिया है जो समय सीमा के अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी। वहीं पूर्व में 2011 में जो माननीय न्यायालय द्वारा आदेश दिये गये थे उसमें अनावेदक की मृत्यु होने के कारण उस पर कार्यवाही किया जाना संभव नहीं था इसलिये अभी नवीन प्रकरण दायर किया गया है जिसकी प्रक्रिया लगभग पूर्ण हो चुकी है जिसके लिये शीघ्र ही आदेश हो जाएंगे। वहीं उक्त अतिक्रमण को हमारे द्वारा न्यायालयीन प्रक्रिया के तहत शीघ्र हटाने का प्रयास किया जायेगा।
*तहसीलदार सतीश चौधरी के द्वारा जूस पिलाकर अनशन करता को आश्वासन देकर तुड़वाया गया अनशन*
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