*तिरोड़ी में परंपरानुसार मनाया गया पोला पर्व*
तिरोडी- भारतीय त्योहारों में भगवान को पूजने की परंपरा के साथ ही कृषको का साथ निभाने वाले बैलों को भी पूजा जाता है 27 अगस्त को तिरोड़ी में तान्हा पोला का पर्व परंपरानुसार मनाया गया कृषको द्वारा अपने पशुधन बैलों को सजा कर उनकी पूजा की गई किसान अपने साथ बैलों को दूल्हे की सजाकर दुर्गा ग्राउंड तिरोड़ी पहुंचे जहां विधि विधान से उनका पूजन करने के बाद बैल खेलने की रस्म निभाई गई इस दौरान उपस्थित किसान जो अपनी बैल जोड़ी लेकर आए थे उन्हें मिठाई का डब्बा गमछा एवं ₹500 नगद दिया गया इस दौरान मुख्य रूप से भाजपा मंडल तिरोड़ी उपाध्यक्ष फिरोज खान, मंडल महामंत्री मिहिर त्रिवेदी, सांसद प्रतिनिधि अविनाश देशमुख, भाजयुमो अध्यक्ष तिरोड़ी प्रत्यूष दुबे,
वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑर्गेनाइजेशन तहसील तिरोड़ी अध्यक्ष अमित जैन, शिक्षक मनोज रणदिवे ,शिक्षक विनोद घोड़ेश्वर, नवीन अग्रवाल ,जिंदल अरोरा, विजय मासुलकर, जीतू अहिर ,एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
*घरों में की गई बैलों की पूजा खिलाए गए पकवान*
दुर्गा ग्राउंड में बैल खेलने की रस्म के बाद कृषक अपने बैलों को लेकर घर घर पहुंचे जहां घरों में बैलों और कृषक के पैर धुलाकर उनका पूजन किया गया और पशुधन बैलों को पकवान खिलाए गए साथ ही कृषक को भेट प्रदान की गई मान्यता है!
कि जब भगवान श्री कृष्ण माता यशोदा और वासुदेव के घर में रह रहे थे तो उनके मामा कश ने उन्हें मारने के लिए हमेशा नई नई योजना बनाकर अलग-अलग तरह के राक्षस को उनके पास भेजते रहते थे लेकिन भगवान श्री कृष्ण के पास आकर वो राक्षस खुद मारे जाते थे ऐसे में एक बार कंस ने पोलासुर नाम के राक्षस को श्री कृष्ण की हत्या करने के लिए भेजा लेकिन भगवान श्री कृष्ण ने अन्य राक्षसों की तरह उसे भी मौत के घाट उतार दिया कहा जाता है कि जिस दिन श्री कृष्ण ने पोलासूर राक्षस को मारा था वह दिन भाद्रपद महा की अमावस्या तिथि थी। पोला पर्व पर तिरोड़ी नगर सहित आसपास गांव में हर्ष उल्लास का माहौल रहा।
तिरोड़ी से अमित जैन की खबर