- धूमधाम से मनाया गया गणतंत्र दिवस
सुशील उचबगले
गोरेघाट/तिरोड़ी
बालाघाट जिले के अंतिम छोर में बसा तिरोड़ी तहसील के ग्राम पंचायत गोरेघाट में गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में प्राथमिक शाला, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आदिवासी प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास हरी ओम विद्या निकेतन एवम ग्राम पंचायत भवन में झंडा फहराया गया । इस कार्यक्रम में सरपंच श्रीमति हेमलता नंदकिशोर जामुनपाने अध्यक्ष द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर झंडा रोहन किया गया जिसमे श्रीमती छबीलता प्रेमलाल उइके, श्री अशोक डहरवाल, श्री सुशील उचबगले, श्री मंशाराम उचबगले सेनिशि, श्री जगन्नाथ रामटेके सेनशि मुख्य अतिथि, श्री रमन बिटले भूपूस, डा हितेष डहरवाल, डा टेकचंद बाघमारे, डा रोशन राउत विनोद पाने उपसरपंच, कुलदीप जामुनपाने सहायक सचिव, मुकेश जामुनपाने कंप्यूटर ऑपरेटर, आनंद खेड़कर, अनिल बिटले, मदन बेलखड़े, समस्त पंच गण ग्राम पंचायत गोरेघाट, सभी शालाओं शासकीय और अशासकीय के शिक्षक शिक्षिकाये, ग्रामीण जनों की उपाथिति रही। इस गणतंत्र दिवस में समस्त शालाओं के बच्चो ने ग्राम में रेली निकली जिसमे भारत माता की जय के साथ सभी वीर साहिदो को याद किया गया पश्चात् सांष्क्रतिक कार्यक्रम में गीत, भाषण, एकिकृत डांस एवम सामूहिक डांस बच्चों के द्वारा शानदार प्रस्तुति दी गई।
ग्राम पचायत गोरेघाट द्वारा सभी बच्चो को पारितोषिक दिया गया पश्चात् सभी उपस्थितो को प्रसादी वितरण किया गया और रमन बिटले ने अपने उद्बोधन में कहा की हमारा देश अब आगे बड़ रहा है ऐसे में हमारे गांव का कोई भी व्यक्ति सरकार की योजनाओं से छूटा ना रहे और चौक चौक में बात न करते हुए पंचायत में आवेदन के माध्यम से समस्याओं से अवगत कराए।
पारंपरिक वेशभूषा में हुआ आदिवासी डांस
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोरेघाट की छात्राएं जो आदिवासी कन्या छात्रावास में निवासरत है उन्होंने पारंपरिक वेशभूषा में आदिवासी लोक नृत्य का की शानदार प्रस्तुति दी जिसमें लोगों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया और इस लोक नृत्य में सभी उपस्थित ग्रामीण जन एवं बच्चे झूम उठे
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बच्चों ने किया नृत्य
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बच्चों ने काफी मेहनत किया। संस्कृतिक नृत्य, गीत और भाषण में हिस्सा लिए। इस कार्यक्रम में शिक्षक और शिक्षिकाओं का विशेष योगदान रहा बच्चों ने बताया कि शिक्षको की मेहनत से ही हम यह कार्यक्रम कर पाए। देश भक्ति गीतों का ऐसा समा बंधा की गांव के लोग थिरकने से नही चुक पाए।