नकली खाद बनाने वाले कौन, आखिर प्रशासन क्यों है मौन ?
पीथमपुर में कई नकली खाद बनने वाली कंपनी चल रही प्रशासन अगर जांच करे तो हो सकते है बड़े बड़े खुलासे
विजय गिरवाल/जेबीटी टाइम्स:-
पीथमपुर: एशिया की सबसे बड़ी औद्योगिक नगरी पीथमपुर में नकली खाद का धंधा प्रशासन की चुप्पी के बीच धड़ल्ले से चल रहा है, जिससे किसान बुरी तरह ठगा जा रहा है। सीजन आते ही विभिन्न नामी कंपनियों के नाम पर नकली उर्वरकों का उत्पादन शुरू हो जाता है, जिनकी बिक्री किसानों के खेतों को बर्बाद कर रही है।
सेक्टर तीन इंडोरामा जैसे इलाकों में, किसान अच्छी कंपनी का उर्वरक और कीटनाशक समझकर नकली उत्पाद खरीद रहे हैं, जिसका सीधा असर उनकी फसलों के उत्पादन पर पड़ रहा है। यह सब एशिया के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र में हो रहा है, जहाँ प्रशासन अक्सर भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्रवाई करता रहा है।
यह चिंताजनक है कि इन अवैध धंधेबाजों पर कोई अंकुश नहीं लग पा रहा है। किसानों की मेहनत की कमाई लूटने के साथ-साथ उनके खेतों को बंजर बनाने का यह षड्यंत्र वर्षों से चल रहा है। प्रदेश भर में ऐसी फैक्ट्रियों की संख्या पर विचार करें तो यह समस्या और विकराल हो जाती है।
पीथमपुर तहसील के सेक्टर तीन में अलग-अलग चौराहों पर नकली जिंक, जाइम, डीएपी एवं पोटाश का अवैध निर्माण बड़े पैमाने पर हो रहा है। प्रशासन की नाक के नीचे इस गोरखधंधे पर कब रोक लगेगी और किसानों को कब न्याय मिलेगा, यह एक बड़ा सवाल है। आखिर कब तक किसान इन अवैध खाद फैक्ट्रियों के चंगुल में फंसते रहेंगे?
पीथमपुर में कई नकली खाद बनने वाली कंपनी चल रही प्रशासन अगर जांच करे तो हो सकते है बड़े बड़े खुलासे,
जबकि पीथमपुर क्षेत्र की एक कंपनी का हमारी टीम ने स्टिंग ऑपरेशन कर इकठ्ठा की है जानकारी कुछ तथ्य अभी आना बाकी है इसलिए अगले अंक में करेंगे बड़ा खुलासा,*