बेरेकिंग न्यूज रिपोर्टर दीपक कुमार
नवाबगंज बरेली कल दिनांक 14 जून 2022 को घटी एक पत्रकार के साथ मारपीट की घटना ने क्षेत्र नवाबगंज की जनता के बीच एक दहशत का माहौल पैदा कर दिया उस घटना का संज्ञान लेते हुए पैनी नजर सामाजिक संस्था ने आज अपने नवाबगंज कार्यालय पर एक प्रेस वार्ता बुलाकर उस घटना की घोर निंदा की संस्था अध्यक्ष ने कहा की ये घटना अफसोस कि भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा अंजाम दी गई शायद सत्ता पक्ष अपनी दबंगई के आधार पर नवाबगंज में अपनी दबंगई का सिक्का जमाना चाहते हैं प्रेस वार्ता में संस्था अध्यक्ष ने यह भी कहा नवाबगंज क्षेत्र में हिंदू-मुस्लिम सौहार्द को खत्म करने का षड्यंत्र किया जा रहा है अभी तक नवाबगंज क्षेत्र में वर्षों से सरकार किसी की भी रही हो इस तरह की घटना को अंजाम नहीं दिया गया संस्था अध्यक्ष ने कहा दबंग्ग भाजपाइयों द्वारा झुंड बनाकर रिछोला चौकी के सामने पुलिस की मौजूदगी में इस तरह एक पत्रकार को लव जिहाद के नाम पर पीटा जाना जबकि घटना का कोई सिर पैर नहीं था पूछे जाने पर के किस को इंसाफ दिलाने के लिए एक पत्रकार को पीटा जा रहा था कौन सी लड़की किसके साथ जा रही थी किसी को कुछ पता नहीं था लेकिन लव जिहाद का ठेका लेने वाले किस को न्याय दिलाने के लिए एक निर्दोष को पीट रहे थे एक पत्रकार के साथ साथ एक गरीब शिकंजी बेच कर घर चलाने वाले को भी भाजपाइयों की भीड़ ने बुरी तरह पीटा जिसे पुलिस ने बचाकर थाने में बंद किया संस्था अध्यक्ष ने जिस पत्रकार के साथ यह घटना घटी थी उसने संस्था अध्यक्ष को रोककर फोन पर अपनी व्यथा सुनाई थी जिसको सुनकर संस्था अध्यक्ष घटनास्थल पर पहुंची जहां पर सारे लोग थाने जा चुके थे थाने पहुंचकर देर रात तक घटना की जानकारी व पुलिस कार्यवाही का इंतजार किया संस्था अध्यक्ष ने बताया कि पुलिस भी असमंजस में थी क्या करें क्या ना करें थाने में क्षेत्र नवाबगंज के विधायक उनके अनुज व तमाम घटना को अंजाम देने वाले समर्थक हर बात पर लव जिहाद का नाम ले रहे थे कि लव जिहाद नहीं होने देंगे जबकि लव जिहाद का दूर-दूर तक नहीं लेना देना नहीं था थाने में पुलिस की मौजूदगी में घटना की जानकारी लेने पर क्षेत्र विधायक उनके तमाम समर्थक लोगों ने संस्था अध्यक्ष पर भड़क कर एक महिला की जन आवाज को दबाने का पूरा प्रयास किया किंतु संस्था अध्यक्ष ने कहा संस्था जनता की आवाज है जन समस्याओं के लिए लड़ती आई है यह आवाज इन घुड़कियों से नहीं बंद हो सकती है संस्था अध्यक्ष ने पुलिस प्रशासन से न्याय व उचित कार्यवाही की मांग की है और प्रदेश सरकार से भी मांग की है घटना की उन्हें जानकारी पहुंचे और मुख्यमंत्री इस पर संज्ञान ले और अपने दिशा निर्देश जारी करते हुए ऐसी घटनाओं पर रोक लगाएं संस्था ने पुलिस के उच्च अधिकारियों से भी अनुरोध किया कि उचित कार्यवाही करते हुए उस पीड़ित पत्रकार को न्याय दिलाया जाए व दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए ऐसा लगता है कि संस्था के लोगों को कानून और संविधान का कोई डर नहीं है संस्था अध्यक्ष ने एक और बात कहीं कि पीड़ित पत्रकार की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर वहीं दूसरी ओर दबंगों ने भी देर रात के बाद एक तहरीर देकर फर्जी मुकदमा भी दर्ज करवाया है। संस्था अध्यक्ष ने कहा यह कैसा इंसाफ है जिसमें जो पीड़ित है उसका भी मुकदमा दर्ज है वह जिसने यह कृत्य किया है उसका भी मुकदमा पीड़ित के खिलाफ दर्ज है यह दोनों बातें कैसे हो सकती हैं।