देवरनियां । बसुधरन जागीर-चठिया मार्ग से आसपुर खेड़ा के रास्ते धनुआ को जाने वाला सड़क मार्ग लंबे अरसे से वदहाली का शिकार है। मार्ग पर बने गहरे गड्ढे तालाब का रूप ले चुके हैं। तथा जल भराव के बीच लोग बमुश्किल अपनी मंजिल तय कर रहे हैं। लेकिन विधानसभा चुनाव 2022 से पूर्व मार्ग को ठीक कराने का दावा करने वाले बरसाती नेता ओझल नज़र आ रहें हैं। यूं कहें कि सरकार विकास कार्यों को रफ्तार देना चाहती है। लेकिन चुनाव के दौरान जनता से वादा करने वाले जनप्रतिनिधि ही अपने वादे से मुकरते हुए जनता की भावनाओं को आहत करने में लगे हैं। जबकि ग्रामीण प्रदेश की लोकप्रिय सरकार की ओर टकटकी लगाए विकास कार्यों की बाट जोह रहे हैं। बता दें कि ब्लाक शेरगढ़ के अंतर्गत गांव आसपुर खेड़ा से धनुआ को जाने वाला मार्ग धनुआ गौंटिया के पास तकरीबन 100 मीटर सड़क मार्ग लम्बे अर्से से बदहाली का शिकार है ।मार्ग पर गहरे गड्ढों का बसेरा है। जो तालाब का रूप ले चुका है। भारी जलभराव के बीच लोग सफर तय कर रहे हैं। क्षेत्र बासियों ने मार्ग ठीक कराने को नेताओं के दरबार में मत्था भी टेका लेकिन कोई सार्थक परिणाम नहीं निकला और लोगों में नाराजगी बढ़ती गई। चुनाव के समय मार्ग का मुद्दा मीडिया में उछला तथा पब्लिक और नेताओं के बीच चुनावी जंग हुई ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया चुनाव बहिष्कार की सूचना पर गांव में नेताओं का जमावड़ा लग गया। सूचना मिलते ही गांव वासियों को मनाने भाजपा जिलाध्यक्ष पवन शर्मा भी गांव पहुंचे और चुनाव निपटते ही मार्ग ठीक कराने का आश्वासन दिया। तथा मार्ग ठीक कराने के वादे पर गांव वासी मान भी गए ।और सभी ने एकजुटता दिखाते हुए उत्साह के साथ मतदान किया। ग्रामीणों का कहना है, कि चुनाव हुए अब काफी समय गुजर चुका है। लेकिन मार्ग की तरफ किसी ने मुड़कर नहीं देखा है ।जबकि क्षेत्रवासी जलभराव से दूध निकलने को मजबूर हैं ।उनका कहना है ,कि 15 अप्रैल तक का वादा किया गया था जिसकी मियाद निकल चुकी है। और अब ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट रहा है चुनाव के समय लंबे चौड़े वादे करने वाली नेता एका-एक गायब हो चलें है। आखिर मार्ग को ठीक कराने का जिम्मेदार कौन है। प्रश्न प्रहर में शनिवार को धनुआ गांव के ग्रामीण श्रवण कुमार ने मुख्य विकास अधिकारी चंद्र मोहन गर्ग के सामने मार्ग के मामले को रखा गया। जिस पर उन्होंने कहां के मैं गांव का स्वयं निरीक्षण करूंगा। और मार की समस्या से निजात दिलाने का प्रयास किया जाएगा। इधर मार्कशीट ना कराए जाने से गांव के साथ-साथ क्षेत्रवासियों भी नाराजगी किस सरोवर में लगे हैं। ग्रामीणों का कहना है ।कि चुनाव के समय तो नेतागण बड़े-बड़े वादे करते हैं और चुनाव बीतने के बाद भूल जाते हैं। हमने तो चुनाव बहिष्कार किया था ।लेकिन अफसरों और नेताओं के कहने पर चुनाव बहिष्कार वापस का उत्साह के साथ मतदान किया उपरोक्त मार्ग आसपुर खेड़ा एवं धनुआ के रास्ते धौराटांडा नगर पंचायत से जोड़ता है ।जहां से प्रतिदिन भारी तादात में छोटे-बड़े वाहन एवं राहगीर गुजरते हैं। एरिया ब्लॉक शेरगढ़ का है। ब्लॉक मुख्यालय को भी कोई सरोकार नहीं रह गया है ।खंड विकास अधिकारी ने भी कभी इस ओर मुड़कर नहीं देखा है ।जब के ग्रामीण लंबे अरसे से मार्ग को ठीक कराने की मांग करते हैं। चुनाव के समय तो पूरे जिले में सड़क मार्ग का मामला गूंजा था लेकिन शायद अब सब दूर की बात हो चली है। ग्रामीणों का कहना है ,कि यदि अति शीघ्र मार्ग की मरम्मत कराकर समस्या से निजात दिलाई गई। तो ग्रामीण अनशन करने को बाध्य होंगे। ग्रामीणों ने एक बार फिर उच्च प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से मार्ग की मरम्मत कराने की गुहार लगाई है।
नही बना वसुधरन मार्ग से धौरेटाडा तक रास्ता हुआ जर्जर हालत मे ग्रामीण परेशान
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