नेशनल हाई वे नंबर 44 में आई दरार बड़ा हादसा टला
सुशील उचबगले की रिपोर्ट
गोरेघाट ख़वासा – सिवनी मार्ग (हाइवे) के , खवासा से १७ km पर कुरई घाट के समीप एशिया का सबसे बड़ा हवाई पुल नेशनल हाई वे क्रमांक 44 जो पूर्णतः ध्वनि मुक्त बनाया गया था जिसमें आज भारी बारिश के चलते बड़ी दरार आ गयी, बताया जाता है इस बड़े प्रोजेक्ट का निर्माण दिलीप बिल्डकान कम्पनी द्वारा कराया गया था पहले ही इस मार्ग में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लग चुका था मगर अधिकारियों की मिली भगत से इस सड़क को हानन फानन में बनाया गया । सूत्रों की माने तो जिस स्थान पर दरार आयी है उस हिस्से मे को ना काट कर उस स्थान पर मुरम -मट्टी की भरन भरी गयी थी और ठीक तरह से फिलिंग किया गया जिसका नl परिणाम आज बारिश के चलते देखने मिला है, वैसे सूत्र बताते है की १० वर्ष की गारंटी इस सड़क पुल की है जो मात्र ३ वर्ष की बारिश भी झेल नहीं पाया, हालांकि किसी जान माल का नुकसान नहीं हुआ किन्तु अगर नजर नहीं पड़ी होती तो शायद बहुत बड़ी दुर्घटना हो सकती थी, इस मार्ग का उपयोग भारी वाहनों द्वारा अधिकांश किया जाता है जो नागपुर सिवनी हाइवे भी कहलाता है। इस मार्ग के धसने से पूरी तरह आवागमन करीब पांच घंटे तक प्रभावित हुआ।