*पांढरवानी आखर चैक में निभाई गई गाय खेलनी की रस्म
मतीन रजा….
*लालबर्रा-* नगर मुख्यालय से लगभग 10 किमी दूर ग्राम पंचायत पांढरवानी लालबर्रा सहित अन्य ग्रामों में अहीर, गोवारे व बिंझवार समाज के द्वारा देव जगाने के साथ रीति-रिवाज सहित गाय खेलनी की परंपरा निभाई गई। इस अवसर पर समस्त ग्रामीण व कृषक अपने-अपने चैपाये पशुओं को लेकर गांव में स्थित आखर चैक में एकत्रित हुए जहां विधि-विधान से खिल्या मुठिया देव का पूजन अर्चन कर आखर में पारंपरिक नियमों के अनुसार बांधा गया जिसके पश्चात अहीरों के द्वारा नाच-गाकर विभिन्न व्यंजनों से तैयार भोज से गौमाता को भोग लगाया गया व पूजन अर्चन पश्चात गाय के बछड़े को कंधे में लेकर गाय की परिक्रमा करने के बाद गाय खिलाने की रस्म अदा की गई जिसके बाद गाय की समस्त सामग्रियों से ग्राम के नौनिहालों के रस्म निर्वहन हेतु उपयोग किए गये सुपे में लिटाकर भगवान गोवर्धन का आर्शीवाद दिलवाया गया।
चर्चा में जनपद सदस्य दीपक कावरे ने बताया कि पारंपरिक रस्मों का निर्वहन करते हुए गायकी चरवाहा द्वारा गाय खिलाने की रस्म निभाई गई है। श्री कावरे ने बताया कि आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को धारण किया था एवं गौ-माता को सम्मान प्रदान किया था, हिन्दू परंपरा के अनुसार गौ माता की पूजा करने से धन-धान्य व संपदा में वृध्दि होती है एवं सुख-समृध्दि बनी रहती है, जिसके लिये इस परंपरा का निर्वहन किया जाता है।