पारंपरिक रीति रिवाज से मनाया गया पोले का त्यौहार
गोरेघाट
प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी रीति रिवाज के साथ पोले का त्यौहार मनाया गया। रीति रिवाज के अनुसार जब खेती के काम से निवृत होकर सभी लोग अपने अपने बैलों की पूजा करते जिन्होंने कड़ी मेहनत करके किसानों के खेतो में फसल उगाने में अहम भूमिका निभाते है उनकी पोले के दिन पूजा की जाती है और उन्हें अच्छे से सजाया जाता है और पूरे गांव के बैलों को एक जगह एकत्रित कर पूजा कर अपने अपने घरों को लाया जाता है जिसने सभी किसान एक दूसरे को तिलक लगाकर गले मिलते है। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है जिसमे किसान इस पर्व को बड़े ही हर्ष उल्लास से मनाते है।
पारंपरिक रीति रिवाज से मनाया गया पोले का त्यौहार
RELATED ARTICLES