#पुलवामा_नमन
#”वेलेंटाइन छोड़ो…शहीदों के लिए हाथ तो जोड़ो”
नमस्कार दोस्तों,
आज के दिन 4 वर्ष पूर्व कायर आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने आत्मघाती हमलावर आदिल मोहम्मद डार के माध्यम से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की टुकड़ी पर अटैक करवाया, जिसमें 40 जवान वीरगति को प्राप्त हुए। उन वीर शहीदों को आज याद करने का दिन है। एक छोटी सी कविता उन जांबाजों, वीर सपूतों को समर्पित है।
“पुलवामा वीर शहीदों का अमर हुआ बलिदान,
युगों-युगों तक गाएंगे, हम इनका यशगान।
देश समूचा चैन से सोये, तिरंगे की हो शान,
सबकी जान बचाने में, वो दे गए अपनी जान।।
सर्दी,गर्मी,बारिश में भी ड्यूटी पर सीना तान खड़े,
पहनके वर्दी अपने तन पे, सीमा पर वो युध्द लड़े।
गर्वित कर गए छाती सबकी हम सबको अभिमान,
सबकी जान बचाने में वो, दे गए अपनी जान।।
फिर से भर्ती हो जाएगी घर आ जायेगा आर्डर,
सेना को तो मिल जाएगा फिर से नया कमांडर।
घर वालों को कहाँ मिलेगा, फिर से वो इंसान,
सबकी जान बचाने में, वो दे गए अपनी जान।।
उनके साथ बिताए प्रतिक्षण,दिन,महीने,वर्षों का,
कौन चुकाए मोल यहां, उन प्यार भरे स्पर्शों का।
पापा जैसा बनना है, हरदम कहती है संतान,
सबकी जान बचाने में, वो दे गए अपनी जान।।
कसम हमें इस वर्दी की, हिम्मत कभी न हारेंगे,
आदेश मिलेगा जिस दिन, घर मे घुसकर मारेंगे।
फिर लाहौर में झंडा गाड़ेंगे, लिख देंगे हिंदुस्तान,
सबकी जान बचाने में, वो दे गए अपनी जान।।”
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“शिवपूजन मिश्रा”
थाना प्रभारी किरनापुर
जिला बालाघाट मध्य प्रदेश