पुल बहा कोई नही ले रहा सुध
आने जाने में हो रही परेशानी
सुशील उचबगले की रिपोर्ट
गोरेघाट
बालाघाट जिले के आखरी छोर पर बसी ग्राम पंचायत कोयलारी के अंतर्गत बांडारेव से कन्हाडगांव मार्ग में सन 2018 को ग्राम पंचायत एजेंसी द्वारा मनरेगा से पुल का निमार्ण किया गया था। जिसमें पिछली बारिश के चलते पुल पूरी तरह से धूल गया जिससे लोगो को पैदल तक निकालना मुश्किल हो गया है। ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत एजेंसी ने जब इस पुलिया का निर्माण किया तब ही बांडारेव के कुछ जागरूक लोगों ने उच्च अधिकारियों से शिकायत भी की थी मगर ग्राम पंचायत एजेंसी और अधिकारी की मिली भगत से इस पुलिया का घटिया निर्माण किया गया जिसका नतीजा महज चार वर्षो में ही दिख गया। ग्राम पंचायत कोयलारी के सरपंच की मनमानी के चलते पुलिया पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है मजे की बात तो ये है की अब जबकि एक वर्ष बीतने को आया मगर इस पुलिया का मरम्मत का कार्य को वर्तमान समय तक कोई भी सुध नहीं ले रहा है जिसका भुगतान ग्रामिणो को झेलना पड़ रहा है। 14.52लाख के इस पुलिया निमार्ण को सिर्फ और सिर्फ पंचायत एजेंसी ने जेब गरम करने का जरिया बनाते हुए लाखो रु डकार लिए और निर्माण कार्य को नाम मात्र का पुलिया मात्र दिखावा बनाकर रख दिए। आखिर जनप्रतिनिधि और आधिकारी गण मौन क्यों है ये समझ से परे है। इस घटिया पुलिया निर्माण के लिए उक्त एजेंसी पर आखिर क्यू करवाही की गई जबकि साफ पुलिया निर्माण में कम मटेरियल का उपयोग किया गया जिससे मगज 4 सालो मे नतीजा पुलिया बहने से सामने आ गया।
लोगो को हाट बाजार और अस्पताल इसी मार्ग से जाना पड़ता है
ग्राम पंचायत कोइलारी और बाडारेव के लोगो को महकेपार बाजार और चिकित्सा तथा उच्च शिक्षा हेतु इसी मार्ग से जाना पड़ता है और इस पंचायत में अधिकतर आदिवासी निवास करते है जिसके कारण उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ नही मिल पा रहा है।