# पूरे देश में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व की घूम #
आज पूरे देश में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस बार जन्माष्टमी की तिथि को लेकर भी भ्रम की स्थिति थी। 19 अगस्त को मनाई जाने वाली जन्माष्टमी मथुरा और वृंदावन के आधार पर मनाई जा रही है।
कोलकाता इस्कॉन में भी दिखी जन्माष्टमी की धूम
पूरे भारत वर्ष के विभिन्न इस्कॉन मंदिरों में कृष्ण जन्माष्टमी की धूम देखने को मिल रही है। इस्कॉन में श्रीकृष्ण के भक्त पूरे हर्षोल्लास से नाच गाकर उनके जन्मोत्सव को मना रहे हैं। पश्चिम बंगाल में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल। जन्माष्टमी का त्योहार मनाने के लिए लोग कोलकाता के इस्कॉन मंदिर में एकत्रित हुए।
आज जन्माष्टमी पर बन रहा है महालक्ष्मी योग
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर आज यानी 19 अगस्त को प्रातः 9:48 बजे से चंद्रमा व मंगल दोनों ही वृष राशि में विराजमा रहेंगे। वृषभ राशि में चंद्रमा और मंगल स्थित होने के कारण महालक्ष्मी योग का निर्माण होगा। इसक साथ ही सूर्य व बुध ग्रह भी सिंह राशि में रहेंगे जो क बुधादित्य योग का निर्माण करेगा।
अन्य शहरों में आज कृष्ण जन्माष्टमी मुहूर्त
पुणे- 19 अगस्त, शुक्रवार, 12:16 ए.एम. से 01:01 ए.एम. तक
नई दिल्ली- 19 अगस्त, शुक्रवार,12:03 ए.एम. से 12:47 ए.एम. तक
चेन्नई- 18 अगस्त, गुरुवार, 11:50 पी. एम. से 19 अगस्त, शुक्रवार, 12:36 ए.एम. तक
जयपुर- 19 अगस्त, शुक्रवार,12:09 ए.एम. से 12:53 ए.एम. तक
हैदराबाद- 18 अगस्त, गुरुवार, 11:57 पी.एम. से 19 अगस्त, शुक्रवार,12:43 ए.एम. तक
गुरुग्राम- 19 अगस्त, शुक्रवार, 12:04 ए.एम. से 12:48 ए.एम. तक
चण्डीगढ़- 19 अगस्त, शुक्रवार,12:05 ए.एम. से 12:49 ए.एम. तक
कोलकाता- 18 अगस्त, गुरुवार, 11:18 पी.एम. से 19 अगस्त, शुक्रवार12:03 ए.एम. तक
मुंबई- 19 अगस्त, शुक्रवार, 12:20 ए.एम. से 01:05 ए.एम. तक
बेंगलूरु- 19 अगस्त, शुक्रवार, 12:01 ए.एम. से 12:46 ए.एम. तक
नोएडा- 19 अगस्त, शुक्रवार,12:03 ए.एम. से 12:46 ए.एम. तक
अहमदाबाद-19 अगस्त, शुक्रवार,12:21 ए.एम. से 01:06 ए.एम. तक
जन्माष्टमी पर बाल गोपाल को राशिनुसार पहनाएं वस्त्र
कृष्ण जन्माष्टमी पर श्री कृष्ण के बाल स्वरूप की आराधना होती है। इस दिन लोग बाल गोपाल के लिए झूला सजाते हैं और उनका श्रृंगार करते हैं। यदि आप कृष्ण जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को अपनी राशि के अनुसार वस्त्र पहनाएंगे तो इसका शुभ फल आपको प्राप्त होगा।
मेष राशि- मेष राशि के जातक कृष्ण जन्माष्टमी पर बाल गोपाल का लाल रंग के वस्त्र पहनाएं ।
वृषभ राशि- वृषभ राशि के जातक कृष्ण जन्माष्टमी पर कन्हैया का श्रृंगार चांदी की वस्तुओं जैसे चांदी की बांसुरी आदि से करें।
मिथुन राशि- मिथुन राशि वालों को कृष्ण जी को सतरंगी वस्त्र धरण कराने चाहिए।
कर्क राशि- कर्क राशि वालों को कृष्ण जन्माष्टमी पर बाल गोपाल को सफेद रंग के वस्त्र अर्पित करने चाहिए।
सिंह राशि- सिंह राशि के जातकों को अपने लड्डू गोपाल का शृंगार श्रृंगार गुलाबी रंग के वस्त्रों से करना चाहिए।
कन्या राशि- कन्या राशि के जातकों को हरे रंग के वस्त्रों से कान्हा का श्रृंगार करना चाहिए।
तुला राशि- तुला राशि के जातकों को बाल गोपाल का केसरिया रंग के वस्त्र पहनाने चाहिए।
वृश्चिक राशि- जन्माष्टमी पर वृश्चिक राशि वालों को कान्हा को लाल रंग के वस्त्र पहनकर उनका श्रृंगार करना चाहिए।
धनु राशि- धनु राशि वालों को कृष्ण जन्माष्टमी पर पीले रंग के वस्त्रों से बाल गोपाल का श्रृंगार करना शुभ रहेगा।
मकर राशि- मकर राशि वाले कन्हैया का श्रृंगार पीले व लाल रंग के वस्त्रों से करें।
कुंभ राशि- कुंभ राशि के जातकों को भगवान कृष्ण का श्रृंगार नीले रंग के वस्त्रों से करना शुभ रहेगा।
मीन राशि- मीन राशि के जातकों को लड्डू गोपाल का श्रृंगार पीत या पीले या पीताम्बर रंग के वस्त्रों से करना चाहिए।
जन्माष्टमी पूजा सामग्री
धूप बत्ती, अगरबत्ती, कपूर, केसर, चंदन, यज्ञोपवीत , कुमकुम, अक्षत, अबीर, गुलाल, अभ्रक, हल्दी, आभूषण, नाड़ा, रुई, रोली, सिंदूर, सुपारी, पान के पत्ते, पुष्पमाला, कमलगट्टे, तुलसीमाला, खड़ा धनिया, सप्तमृत्तिका, सप्तधान, कुशा व दूर्वा, पंच मेवा, गंगाजल, शहद, शक्कर, तुलसी दल, शुद्ध घी, दही, दूध, ऋतुफल, नैवेद्य या मिष्ठान्न, छोटी इलायची, लौंग मौली, इत्र की शीशी, सिंहासन, बाजोट या झूला (चौकी, आसन), पंच पल्लव, पंचामृत, केले के पत्ते, औषधि, श्रीकृष्ण की प्रतिमा या तस्वीर, गणेशजी की तस्वीर, अम्बिका जी की तस्वीर, भगवान के वस्त्र, गणेशजी को अर्पित करने के लिए वस्त्र, अम्बिका को अर्पित करने के लिए वस्त्र, जल कलश, सफेद कपड़ा, लाल कपड़ा, पंच रत्न, दीपक, बड़े दीपक के लिए तेल, बन्दनवार, ताम्बूल, नारियल, चावल, गेहूं, गुलाब और लाल कमल के फूल, दूर्वा, अर्घ्य पात्र आदि।
जन्माष्टमी पर इस तरह करें पूजा
– जन्माष्टमी वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि सभी तरह के कार्यों को निपटा लें।
– फिर घर के मंदिर का साफ-सफाई कर लें।
– इसके बाद सभी देवी-देवताओं का आवहन करते हुए दीप प्रज्वलित करें।
– फिर बाद में लड्डू गोपाल के पूजन आरंभ कर दें।
– लड्डू गोपाल को जल से अभिषेक कर चंदन और भोग लगाएं।
– इसके बाद लड्डू गोपाल को झूला झूलाएं।
– फिर रात्रि का इंतजार करते हुए दिन भर कृष्ण मंत्रों का जाप करें।
– रात्रि में 12 बजे भगवान का जन्म दिन मनाएं
– कान्हा को दूध,दही, घी, शहद, पंचामृत और गंगाजल से स्नान कराएं।
-अंत में बाल गोपाल की आरती उतारे हुए मंगल गीत गाएं।
भगवान श्रीकृष्ण ने सफलता पाने के लिए बताएं हैं 5 सूत्र
श्री कृष्ण का संपूर्ण जीवन ही एक प्रबंधन की किताब है,जिसमें प्रत्येक व्यक्ति के लिए जीवन जीने के लिए श्रेष्ठम सूत्र हैं। अगर आप दिमाग को शांत और मन को स्थिर रखने की कोशिश करें तो बुरी परिस्थितियों में भी आप अपने लिए कुछ बहुत बेहतरीन हल निकाल पाएंगे,
1.जीवन संघर्ष है,मुकावला करो
2. स्वस्थ्य शरीर से मिलती है विजय
3. पढ़ाई किताबी ना हो, रचनात्मक हो
4. रिश्तों को सहेजकर रखें
5. शांति से सब कुछ संभव है