*बालाघाट जिले में सोशल मीडिया में जोर पकड़ता एक वायरल हो रहा पत्र*
सेवा में ,
माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी,
प्रधानमंत्री ,
भारत सरकार ,
नई दिल्ली
विषय- दवा कंपनी द्वारा दवाओं में अंकित अप्रत्याशित अधिकतम खुदरा मूल्य में पाबंदी लगाने विषयक।
माननीय महोदय ,
सौभाग्य की बात है कि बहुत समय बाद भारत में आपके कुशल नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की केन्द्रीय सरकार विद्यमान है। आपके द्वारा बहुत से कठिन निर्णय जनता के जीवन सुधार हेतु लिए गए है। हमे पूरा विश्वास है कि आप आगे भी भारत व भारतीयों के जीवन स्तर में सुधार हेतु कड़ा से कड़ा कदम उठाने में कोई गुरेज नहीं करेंगे।
महोदय, इसी कड़ी में मैं आपका ध्यान दवा कंपनियों के द्वारा उनके उत्पाद पर अंकित अधिकतम खुदरा मूल्य की ओर आकृष्ट करवाना चाहता हु। ये कंपनियां अपने उत्पाद से कही अधिक (कही कही तो मूल्य वास्तविक से 10 से100 गुना अंकित होता है) अंकित होता है। जिसका सीधा लाभ दवा विक्रेता को मिलता है। किंतु आम जनता को इसका कोई लाभ नहीं मिल पता। तथा मूल्य न चुकाने की स्थिति में कई बार उसे अपने परिजनों के जीवन से भी हाथ धोना पड़ जाता है।
इस प्रकार से दवा कंपनियों द्वारा सीधा लाभ दवा विक्रेताओं को पहुंचाया जा रहा है। वो भी मनमाने तौर से। कई जीवन रक्षक दवाओं की कीमत उसकी वास्तविक कीमत से 100 से 1000 गुना तक होती है। जो सामान्य परिवार को पहुंच से कही अधिक होता है और इसका लाभ प्राइवेट अस्पताल व दवा विक्रेता उठाते है।
अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि ऐसा कोई प्रावधान या बिल संसद में लाया जाए जिससे इन दवा कंपनियों पर अधिकतम खुदरा मूल्य अंकित करने की निर्धारित सीमा हो। उससे ज्यादा वे अंकित करने पर कड़ा प्रतिबंध हो तथा दंड का प्रावधान हो।
आशा है कि महोदय राष्ट्र व आमजन के हित में इन सुझावों पर ध्यान देते हुये समुचित कार्यवाही करने व इस हेतु जन जागरण अभियान प्रारंभ कर मुहिम को अंजाम तक पहुंचाने का कष्ट करेंगे |
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