*संवाददाता रियाज अली*
*जिला बरेली उत्तर प्रदेश*
*बरेली के इस्लामिया ग्राउंड में गरजे मौलाना तौकीर, बोले मौलाना तौकीर रजा प्रधानमंत्री कलमा पढ़कर इस्लाम कबूल करें*
खबर उत्तर प्रदेश के जिला बरेली से है।जहां आज इत्तेहाद-ए- मिल्लत काउंसिल आईएमसी के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन किया!भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया! इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए भारी तादाद में लोगों की भीड़ जुटी!मंच से मौलाना तौकीर रजा खान ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को इस्लाम समझाने के लिए कलमा पढ़ने की सलाह दी! उन्होंने सरकार को ललकारते हुए कहा कि! जो माहौल आज बरेली में दिखाया गया है! यह 10 तारीख और 17 तारीख को भी दिखा सकते थे!मैं जुमे से डरा नहीं था बल्कि बताना जरूरी था कि हम हर दिन तैयार हैं! अगर हमारी बात नहीं सुनी गई तो भारत के हर सूबे में यह माहौल बना कर दिखाया जाएगा वही मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री और अमित शाह को दावत देता हूं इस्लाम में ऊंच-नीच नहीं है! क्योंकि सफाई वाला भी नमाज पढ़ने आता है तो साथ खड़ा होता है !मौज का रास्ता किसी को चाहिए तो इस्लाम में ही मिल सकता है! हजरत उमर जब कुफ्र की हालत में थे तो पैगंबर को कत्ल करने की सोचते थे! मगर बाद में वह ईमान ले आए! और खलीफा बने उसी तरह नरेंद्र मोदी कलमा पढ़कर इस्लाम कबूल कर ले! यहीं नहीं रुके तौकीर रजा खान उन्होंने प्रदर्शन के दौरान अग्निपथ विवाद पर भी चुटकी दे डाली! उन्होंने अग्निपथ योजना को लेकर कहा कि जब योजना का नाम ही अग्निपथ है! तो आग लगनी तय है! वहीं उन्होंने कहा कि ज्ञापन लेकर आया हूं मंगर कितना समय हो गया हमें प्रदर्शन करते हुए सरकार ने नोटिस लिया होता हम ट्रेन नहीं जला रहे इसलिए हमारी बात नहीं सुनी जा रही है! ज्ञापन देना होगा तो हम संयुक्त राष्ट्र संघ में जाकर ज्ञापन देंगे प्रधानमंत्री को नजर नहीं आ रहा है की पूरी दुनिया में देश की कितनी बदनामी हो रही है! हमें तकलीफ हो रही है क्योंकि अकेले उनका देश नहीं है! बही इस्लामिया ग्राउंड में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बुलाए गए विरोध प्रदर्शन में मौलाना तौकीर रजा खान ने कहा इस वक्त देश में मुसलमानों के साथ अन्याय हो रहा है और यह बात पूरी दुनिया को बताएंगे! इस मौके पर मैदान में भारी भीड़ उमड़ी हालांकि प्रशासन ने प्रदर्शन के लिए सिर्फ 1500 सौ लोगों के शामिल होने की अनुमति दी थी,। रियाज अली मंसूरी जिला ब्यूरो चीफ बरेली।