गर्भवती महिला की पिटाई से मौत परिजन घर छोड़कर भागे मीरगंज:
इलाके के गांव हुरहुरी निवासी मुख्तार शाह ने अपनी पुत्री शाइन उर्फ मैतून बी का निकाह लगभग 3 वर्ष पहले ग्राम ठिरिया खुर्द थाना मीरगंज में नहीम के साथ अपनी हैसियत के अनुसार दान दहेज देकर किया था कुछ समय तक तो सब ठीक-ठाक रहा बाद में उसका दामाद नहीम ब ससुर व सास व देवर उसके मायके से दहेज में एक बुलेट मोटरसाइकिल व एक लाख नगद लाने का दबाव बनाने लगे और आए दिन उसके साथ बेरहमी से मारपीट करने लगे प्रार्थी मुख्तार शाह ने बुधवार को थाना प्रभारी मीरगंज को शिकायती प्रार्थना पत्र दिया। कई बार उसकी पुत्री के साथ जानलेवा हमला किया गया।लेकिन किसी तरह से जान बचाई और लोक लाज से उसकी पुत्री को उसके घर पहुंचा देता था।शादी के लगभग 1 वर्ष बाद उसकी पुत्री के एक पुत्र का जन्म हुआ। विगत दिनों उसकी पुत्री नौ महीने की गर्भवती थी और लगभग चार-पांच दिन पहले उसकी पुत्री के ससुराल वालों ने साजिश कर उसकी बेरहमी से पिटाई की।जिससे उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को गंभीर चोटें आई। पीड़ा होने पर विपक्षीगण मीरगंज में कहीं झोलाछाप डॉक्टर की दुकान पर ले गए जहां उसकी पुत्री के एक नवजात पुत्री का जन्म हुआ।आरोप है कि उस नवजात बच्ची को उसके ससुराल वालीं ने मौत के घाट उतार दिया। आरोप है कि बुधवार की सुबह लगभग 4:00 बजे शाइन उर्फ मैतून बी को भी साजिश के तहत मौत के घाट उतार दिया। जिसकी सूचना गांव की महिला के द्वारा फोन पर उसके मायके वालों को दी गई। जब मृतका के मायके वाले पहुंचे तो नवजात मासूम बच्ची को दफन कर चुके थे और उसकी पुत्री को भी दफन करने वाले थे कि मौके पर पुलिस सूचना पाकर पहुंच गई। पुलिस ने मृतका शाहीन के शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरवा कर पीएम को बरेली भेज दिया।मृतका के ससुराल वालों ने हालत बिगड़ने पर झोलाछाप डॉक्टर से दवा दिलवाए बावजूद इसके ना तो सही अस्पताल में भर्ती कराया और ना ही मायके वालों को इत्तिला दी नतीजतन बुधवार को पिटाई और इलाज देखरेख के अभाव में मैतून बी की ससुराल में ही मौत हो गई । महिला की मौत के बाद सभी ससुराल वाले फरार हो गए किसी ग्रामीण के फोन पर मायके वाले ठिरिया खुर्द पहुंचे और पुलिस बुलवाकर पंचनामा भरवा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।मृतका के भाई सज्जाद ने आरोप लगाया कि मृतका के शौहर और ससुराल वाले ही उसकी बहन की मौत के गुनाहगार हैं। उसने बताया कि उसकी बहन की शादी लगभग 3 साल पहले हुई थी। कभी भी उसे ससुराल में सुख के दो पल नसीब नहीं हुये।शौहर और उसके ससुराल वाले हमेशा से ही कम दहेज के ताने देते थे। 5 दिन से ज्यादा हालत खराब होने पर भी किसी डॉक्टर को नहीं दिखाया। और ना ही हम लोगों को सूचना दी। किसी महिला ग्रामीण से जानकारी मिली तब परिवार वाले पहुंचे।तभी ससुराल वाले घर से फरार हो चुके थे। पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है. बरेली से राहुल गंगवार की रिपोर्ट