उत्तर प्रदेश जिला बरेली संवाददाता फय्याज खान
मोबाइल 9457681282
वह हंसी वह दिल्लगी वह मस्तियां गुम हो गई
गिनते गिनते हादसों को गिनतियां गुम हो गई
बरेली में कांवर यात्रा के दौरान बड़ा बवाल होते-होते बचा पुलिस की सूझबूझ से बड़ी अनहोनी होने से टली मौके पर पहुंचे भाजपा विधायक
गंगा जल लेने के लिए कछला जा रहे कांवड़ियों के ऊपर परगवां गांव में गंदा पानी फेंकने के बाद तीन घंटे तक हंगामा चला। कांवड़ियों ने ग्राम प्रधान और उसके परिजनों पर छत से गंदा पानी फेंकने का आरोप लगाया। आरोप है कि विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की गई। कैंट इंस्पेक्टर राजीव कुमार सिंह ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन कांवड़िये आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। प्रदर्शन करने लगे। एसपी सिटी रवीन्द्र कुमार, एडीएम प्रशासन वीके सिंह, एएसपी शाद मियां खां, सीओ प्रथम श्वेता कुमारी यादव, सीओ द्वितीय आशीष सिंह और एसडीएम सदर कुमार धर्मेन्द्र के अलावा थाना सुभाषनगर, कैंट, कोतवाली और महिला थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। विवाद बढ़ता देख पुलिस ने परगवां की ग्राम प्रधान शकीना, उनके ससुर और चार महिलाओं को हिरासत में ले लिया। सीओ प्रथम की देखरेख में कांवड़यात्रा वहां से आगे बढ़ी। तनाव को देखते हुए गांव में पीएसी के साथ आरएएफ तैनात कर दी गई है वही जुवैस अली अली ने हमारे संवाददाता फय्याज खान को फोन करके पूरी घटना का हवाला दिया जुवैस ने बताया कांवर जत्था मस्जिद से गुजर रहा था डीजे की आवाज और ज्यादा तेज थी उन्होंने कहा मस्जिद में नमाज हो रही है आवाज थोड़ी कम कर लो इससे कावड़िए आ गए और उन्होंने आवाज और अधिक कर दी आगे जो जुवैस ने बताया उनमें से दो-तीन का वर्गीय पुरानी रंजिश के चलते हमारे घर में घुस हाय उनको निकालने के लिए ऊपर से पानी फेंका गया पानी टंकी का था गंदा नहीं था गंदे पानी का आरोप सरासर झूठा है बताते चलें प्रधान के ससूर को हिरासत में लेकर जीप में जिस दौरान उनको थाने ले जाया जा रहा था तो कांवरिय
उस जीप के पीछे शोर मचाते हुए दौड़े जिससे पुलिस को गाड़ी की गति तेज करनी पड़ी लेकिन कांवरिय प्रधान के ससुर को हिरासत में लेने से संतुष्ट नहीं हुए उसके बाद पुलिस ने पूरे परिवार की महिलाओं को हिरासत में लेकर थाने पहुंचाया उसके बाद पुलिस जिंदाबाद के नारे लगाते हुए का परिचय आगे बढ़ गए
शुक्रवार को गांव लखौरा की ग्राम प्रधान कमलेश के पति राजेन्द्र कांवड़ियों का जत्था लेकर कछला से गंगा जल लेने के लिए जा रहे थे। जत्थ में करीब 50-60 कांवड़िये शामिल थे। राजेन्द्र ने बताया कि परगवांसे उनका जत्था जा रहा था। जैसी जत्था गांव में ग्राम प्रधान शकीना के घर के सामने पहुंचा। आरोप है कि वैसे ही ग्राम प्रधान, उनकी ननद शीबा, सास व ससुर इस्तिहाक छत से कांवड़ियों पर गंदा पानी फेंकने लगे। कांवड़यात्रा में शामिल शिवभक्तों ने जब विरोध किया तो शकीना का देवर जुवैश भी आ गया। आरोप है कि जुवैश कांवड़ियों से गालीगलौज करने लगा। इस पर विवाद बढ़ गया। राजेन्द्र ने बताया कि डीजे बंद न करने पर जुवैश ने डीजे बजाने वाले से हाथापाई की। कांवड़ियों पर गंदा पानी फेंकने की सूचना फैली तो दूसरा पक्ष के लोग भी पहुंच गए। सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग न होने तक शकीना के घर के सामने रुकने की बात परअड़ गए। इंस्पेक्टर कैंट राजीव कुमार सिंह भी पुलिस के साथ आ गए। उन्होंने कावंड़ियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। इंस्पेक्टर ने मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। अधिकारियोंने प्रधान शकीना, उनकी ननद शीबा व एक अन्य के अलावा सास हसनैन बानो और ससुर इस्तिहाक को हिरासत में ले लिया। जुवैश भाग गया। शकीना पक्ष के लोगों का कहना है कि पानी टंकी का था। गंदा नहीं था परगवां गांव में शांति व्यवस्था भंग करने की बड़ी साजिश रची गई थी लेकिन पुलिस की सतर्कता ने इसे नाकाम कर दिया। लोगों का कहना था कि बवाल कराने की साजिश रचकर ही कांवड़ यात्रा के पहुंचने पर गंदा पानी फेंका गया था। इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
इंस्पेक्टर की सूचना पर सबसे पहले सीओ प्रथम श्वेता यादव मौके पर पहुंचीं और लोगों को समझाते हुए विवाद की चिंगारी को सुलगने नहीं दिया। एसपी सिटी भी मौके पर पहुंच