बाघ नदी में बहे मां-बेटे, दूसरे दिन मिला मां का श
लांजी। बहेला थाना क्षेत्र के ग्राम अमेड़ा निवासी मां-बेटे गुरुवार की शाम को महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित बाघ नदी पार करते समय बह गए। इसकी जानकारी होते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए। सूचना मिलने के बाद बहेला व महाराष्ट्र पुलिस पहुंची और उनकी तलाश शुरू कराई। देर रात तक कोई सुराग नहीं मिला। दूसरे दिन शुक्रवार को दोपहर बाद मां का शव तीन किमी दूर मिला। बेटे की तलाश जारी है। जिला मुख्यालय से पहुंची एसडीईआरएफ की टीम रेस्क्यू कर रही है।
जानकारी के अनुसार ग्राम अमेड़ा (ब) निवासी कमलाबाई मरकाम (50) महाराष्ट्र के सालेकसा थाना क्षेत्र के ग्राम चिंगलुटोला स्थित बेटी के ससुराल छोटे बेटे गज्जू मरकाम (23) के साथ गई थी। मां-बेटे गुरुवार की शाम को गांव लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि दोनों बाघ नदी के अंदर से पत्थर के बनाए गए अस्थाई रास्ते को पार कर रहे थे उसी समय अचानक दोनों का पैर फिसल गया, जिससे वे नदी में गिरकर बह गए।
इसकी जानकारी होते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे और इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना के बाद महाराष्ट्र व बहेला पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों की खोजबीन शुरू कराई। देर रात तक उनका कोई सुराग नहीं मिला। दूसरे दिन शुक्रवार को तीन किमी दूर कमलाबाई का शव मिला है। पुलिस ने पंचनामा की कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतका के बेटे की तलाश जारी है। लांजी एसडीएम कमलचंद सिंहसार, जनपद सीईओ रामगोपाल यादव भी मौके पर पहुंच गए थे। ग्राम पंचायत अमेड़ा (ब) सरपंच डिलेश्वर बसेना ने बताया कि गुरुवार की शाम को गांव की कमलाबाई और उनका छोटा बेटा गज्जू बाघ नदी पार कर रहे थे। उसी समय यह हादसा हो गया।