HomeMost Popularबाघ-मानव संघर्ष रोकने विक्रम देशमुख ने लगाई केंद्रीय मंत्री से गुहार

बाघ-मानव संघर्ष रोकने विक्रम देशमुख ने लगाई केंद्रीय मंत्री से गुहार

बाघ-मानव संघर्ष रोकने विक्रम देशमुख ने लगाई केंद्रीय मंत्री से गुहार

सुशील उचबगले की रिपोर्ट

गोरेघाट तिरोड़ी

बालाघाट-पूर्व जिला पंचायत सदस्य इंजिनियर श्री विक्रम देशमुख ने दिनांक 21/07/25 को केंद्रीय वन,पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव को बालाघाट जिले के दक्षिण वन मंडल सामान्य अंतर्गत वन परिक्षेत्र वारासिवनी तथा कटंगी में विगत वर्षों में हो रहे बाघ-मानव संघर्ष का सिलसिलेवार ब्यौरा प्रस्तुत किया है| बाघ आए दिन आबादी क्षेत्र में आकर मानव जीवन और पशुधन पर हमले कर रहे हैं। *जिसमें विगत एक वर्ष के भीतर वन परिक्षेत्र कटंगी में बाघ द्वारा तीन व्यक्तियों का शिकार किया गया है,वहीँ वन परिक्षेत्र वारासिवनी में माह दिसम्बर वर्ष 2022 में एक महिला का बाघ द्वारा जानलेवा शिकार किया गया थाl

मरने वालों में घटना दिनांक-03/12/22 ग्राम-नांदगांव (वारासिवनी) निवासी श्रीमती लक्ष्मी पति विष्णु उईके, दिनांक – 22/12/24 ग्राम-खैरलांजी (आंबेझरी) निवासी श्री सुखराम उईके, दिनांक-04/05/25 ग्राम – कुड़वा (तह०- तिरोड़ी) गोरघाट सर्किल श्री प्रकाश पाने, दिनांक-16/05/25 वनग्राम-कछार (जमुनिया),मुंडीवाडा सर्किल पांढरवानी बीट श्री अनिल भलावी प्रमुख थे | वहीँ इस माह दिनांक 09/07/27 को ग्राम- कन्हड़‌गाँव (तहसील तिरोड़ी),महकेपार सर्किल बीट निवासी श्री बस्तीराम शनिचरे बाघ द्वारा जानलेवा हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए हैं|बाघ द्वारा जान गँवाने वाले मूलतः ग्रामीण और अनुसूचित जनजाति वर्ग के वंचित लोग हैं|

उपरोक्त गंभीर घटनाओं के बावजूद वनविभाग और स्थानीय प्रशासन द्वारा मानव-बाघ संघर्ष रोकने हेतु कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। मानव-बाघ संघर्ष के रोकथाम हेतु शासन-प्रशासन द्वारा कोई सुध न लिए जाने के कारण बाघ के अवैध शिकार होने की सम्भावना बनी रहती है|

वन विभाग द्वारा मानव-बाघ संघर्ष रोकने हेतु पशु अवरोधक खंती (C.P.T),जन जागरण अभियान,टाईगर रिजर्व से लगी मानव आबादी की सुरक्षा हेतु बाड़ेबंदी,आबादी को सुरक्षित करने करंट वाली जाली लगाना,असुरक्षित गाँवों तक सड़क आवागमन साधन,वन क्षेत्र से लगे शासकीय विद्यालयों की बाउंड्रीवॉल उपलब्ध करवाने जैसे कार्य नहीं किए गए हैं।

श्री विक्रम देशमुख की इस शिकायत पर नईदिल्ली स्थित इंदिरा पर्यावास भवन के वन्यजीवन विभाग के वैज्ञानिक श्री सुधीर चैनतालापति को जाँच अधिकारी नियुक्त किया गया है|जो जांच उपरांत उपरोक्त मानव-बाघ संघर्षों की को रिपोर्ट भारत शासन को प्रस्तुत करेंगे|

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