*बाल भिक्षावृत्ति पर रोक लगाने उठायें समुचित कदम, कलेक्टर ने दिये अधिकारियों को निर्देश*
(चौराहों पर भिक्षावृत्ति करने वालों और उनकी बस्ती का भी करें सर्वे, तीन पत्ती चौक पर भी मांग रहे बच्चों और उनके परिवारजनों से मिले कलेक्टर)
*जबलपुर* कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने शहर के प्रमुख चौराहों पर भिक्षावृत्ति करने वालों का सर्वे करने तथा इस पर रोक लगाने के लिए समुचित कदम उठाने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। आज दोपहर नगर निगम तीन पत्ती चौक पर चिलचिलाती धूप में भीख मांग रहे बच्चों का शहर के एक जागरूक नागरिक द्वारा भेजे गये वीडियो पर तुरंत संज्ञान लेकर डॉ. इलैयाराजा ने सामाजिक न्याय तथा महिला एवं विकास विभाग के अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचाया।
कलेक्टर कुछ देर बाद खुद भी वहां पहुंचे तथा नट बस्ती सूरतलाई निवासी इन बच्चियों तथा उनके साथ मौजूद महिलाओं जो उनकी मां थी से बात की तथा उन्हें बच्चों से भिक्षावृत्ति न कराने की समझाईश दी। कलेक्टर ने भिक्षावृत्ति कर रहे इन बच्चों को नये कपड़े, चाकलेट और खाने-पीने का सामान दिलाने के निर्देश दिये। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों से कहा कि बच्चों को चाइल्ड लाइन के वाहन से तुरंत घर तक पहुंचायें।
डॉ. इलैयाराजा ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि टीम बनाकर शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर भिक्षावृत्ति करने वालों का सर्वे करें। उन्होंने बच्चों से भिक्षावृत्ति पर रोक लगाने के लिे सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश देते हुए कहा कि भिक्षावृत्ति कर रहे लोगों की सूरतलाई स्थित बस्ती का भी सर्वे किया जाये तथा बस्ती वासियों को राशन उपलब्ध कराने के साथ-साथ यदि आवास की पात्रता हो तो आवास उपलब्ध कराने की दिशा में भी कार्यवाही करें। कलेक्टर ने कहा कि नट बस्ती में क्या-क्या आधारभूत सुविधायें दी जा सकती हैं इसकी भी जानकारी भी जुटाई जाये।
प्रभारी संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय आशीष दीक्षित तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास एमएल मेहरा ने बताया कि कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी. के निर्देशानुसार भिक्षावृत्ति कर रहे बच्चों को मौके पर ही नये कपड़े, चाकलेट और खाने की सामग्री उपलब्ध कराई गई तथा उन्हें चाइल्ड लाइन के वाहन से सूरतलाई स्थित नट बस्ती पहुंचाया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास ने बताया कि भिक्षावृत्ति कर रहीं तीन बच्चियों की उम्र 4 से 5 वर्ष की थी तथा एक-एक वर्ष की दो बच्चियां अपनी माताओं के साथ थीं।
जेबीटी आवाज टीवी के लिए जबलपुर से विशेष संवाददाता की रिपोर्ट