बाल विवाह एवं पति से प्रताड़ित बालिका
को मिलेगी पढ़ाई के लिए छात्रावास की सुविधा
बाल विवाह होने के बाद पति की प्रताड़ना से पीड़ित बालिका द्वारा अपने जीवन को सुरक्षित रखने एवं भविष्य को उल्लवल बनाने के लिए संघर्ष किया जा रहा है। यह बालिका 28 जून को कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा के पास मदद की आस लेकर आयी थी। इस बालिका के जज्बे को देखकर कलेक्टर डॉ बहुत प्रभावित हुए और उसे आगे की पढ़ाई के लिए छात्रावास की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही अन्य आवश्यकताओं के लिए मदद का आश्वासन दिया।
बालिका सोनाली (परिवर्तित नाम) के पिता के द्वारा बालिका की माता को बालिका के जन्म के समय ही छोड़ दिया गया था। उसके पश्चात बालिका अपनी माता के साथ नाना-नानी के गांव में रहने लगी थी। बालिका जब कक्षा ग्यारहवी में अध्यनरत थी तब उसकी माता के द्वारा बालिका का बाल-विवाह 17 वर्ष की उम्र में करा दिया गया था। बालिका के ससुराल में बालिका को पति के द्वारा प्रताड़ित (शराब पीकर मारपीट) किया जा रहा था। 04 माह ससुराल में रहने के पश्चात बालिका पति का घर छोड़कर गोंदिया आ गई। चाईल्ड लाईन की टीम द्वारा बालिका को वन स्टॉप सेन्टर गोंदिया में 12 दिन के लिये आश्रय प्रदान किया गया। तत्पश्चात बालिका को 24 दिसंबर 2021 को बाल कल्याण समिति बालाघाट के समक्ष प्रस्तुत किया गया। बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार बालिका को 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने तक के लिये सावित्री ज्योति बालिका गृह बालाघाट में आश्रय दिया गया। बालिका गृह में प्रवेश के एक माह पश्चात ही बालिका की माता की मृत्यु हो गई। बालिका की आयु 18 वर्ष पूर्ण हो जाने के उपरांत बालिका का कोई आश्रय नहीं होने के कारण जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती मनीषा लूम्बा के निर्देशानुसार महिला स्वाधार गृह बालाघाट में आश्रय दिया जा रहा है।
अब बालिका 18 वर्ष की हो चुकी है एवं अपने बेहतर भविष्य के लिए वह 28 जून को आवेदन लेकर कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा से मिलने आयी थी। इस दौरान बालिका ने कलेक्र को अपनी समस्या से अवगत कराया एवं शिक्षा, हॉस्टल, आदि सुविधा प्रदान करने की मांग की । कलेक्टर डॉ मिश्रा बालिका से अत्यंत प्रभावित हुए एवं उन्होंने बालिका के साहस की प्रशंसा की व उसे अपने भविष्य को बेहतर बनाने के लिए प्रोत्सहित किया। कलेक्टर द्वारा बालिका के आवेदन को संज्ञान में लेने के पश्चात बालिका को आश्वासन दिया गया कि उसे उचित शिक्षा हेतु कक्षा 12 वीं में प्रवेश एवं रहने के लिये हॉस्टल की व्यवस्था की जावेगी एवं बालिका के उज्जवल भविष्य के लिये यथासंभव सहायता एवं अन्य जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति का ध्यान रखा जायेगा।