*मंत्री श्री राम किशोर नानो कावरे ने सेरपार जलाशय का निरीक्षण कर ग्रामीणों से की चर्चा, अधिकारियों को मुआवजा देने के निर्देश*
बालाघाट:-मंत्री श्री रामकिशोर नानो कावरे ने आज 21 अगस्त को बैहर तहसील के सेरपार जलाशय का निरीक्षण कर, अतिवृष्टि के कारण जलाशय क्षतिग्रस्त होने से हुए नुकसान का जायजा लिया जल संसाधन,राजस्व तथा पंचायत विभाग के अधिकारियों को जलाशय के मरम्मत कार्य, शीघ्र पूर्ण करने, नुकसान का आकलन कर मुआवजा वितरित करने के निर्देश दिए । इस अवसर पर मुख्य रूप से जनपद पंचायत बालाघाट के अध्यक्ष श्री फूलचंद सहारे,जल संसाधन विभाग के अधीक्षण यंत्री श्री युवराज वारके, कार्यपालन यंत्री श्री राजेश धामगें, बैहर एसडीएम श्री तनमय वशिष्ठ शर्मा, जनपद पंचायत बैहर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रितेश चौहान, तहसीलदार श्री नितिन चौधरी, तथा जल संसाधन विभाग के एसडीओ एवं सब इंजीनियर अजय रावतकर एवं मैदानी अमला उपस्थित रहा।
मंत्री श्री कावरे ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से बांध टूटने के कारण एवं अन्य जानकारी पूछी, जल संसाधन विभाग के अधीक्षण यंत्री श्री वारके ने जानकारी देते हुए बताया कि 12 तारीख से ही जलाशय एफटिल लेबल के ऊपर पानी आने के बाद पाइपिंग शुरू होने,अतिवृष्टि और मुख्य कारण है जिसकी वजह से जला से छतिग्रस्त हुआ । जलाशय क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिलने पर जल संसाधन विभाग का अमला तत्काल मौके पर पहुंच गया जिस कारण से किसी प्रकार की बड़ी जनधन हानि नहीं हुई। सेरपार जलाशय का निर्माण 1912 में हुआ था जहां लगभग 110 वर्ष पुराना है। बांध का अपस्ट्रीम स्लोप पिचिंग युक्त नहीं है। पुराना होने के कारण मृद क्षमता भी शून्य हो गई है। अतिवृष्टि होने से रिसाव होने के कारण यह स्थिति निर्मित हुई है।
मंत्री श्री कावरे ने निर्देश देते हुए कहा कि जल्द से जल्द नए स्पेसिफिकेशन से प्राक्कलन तैयार करें और सुधार कार्य करें। ताकि जलाशय व्यवस्थित हो जाए। भविष्य में किसी प्रकार की कोई घटना घटित ना हो इसके लिए सावधानी बरतें।
मंत्री श्री कावरे ने ग्राम के ग्रामीणों एवं किसानों से चर्चा की और जलाशय क्षतिग्रस्त होने के कारण उनको किसी प्रकार की जनधन हानि हुई अथवा नहीं हुई इसकी जानकारी भी ली। ग्रामीणों एवं किसानों को आश्वस्त किया कि जल्द नुकसान का आकलन कर मुआवजा बांटा जाएगा। जलाशय के नहरों की लाइनिंग के कार्य का प्रस्ताव भी स्वीकृत कराने का प्रयास करेंगे।