रतलाम में भागवत कथा करने आये महामंडलेश्वर स्वामी चिदम्बरानंद सरस्वती ने मीडिया से चर्चा में ज्ञानवापी मदजीद बड़ा बयान दिया हैवही महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक बयान भी सामने आया है
महामंडलेश्वर स्वामी चिदम्बरानंद ने ज्ञानवापी मदज़ीद मामले पर कहा कि सभी को पता है कि ज्ञानवापी मंदिर था, है, और रहेगा, न्यायालय द्वारा हाल की टिप्पणियों में भी स्पष्ट है कि वह मंदिर था और रहेगा, लेकिन एक पक्ष की ओर से यह बात स्पष्ट होने वाली है वह हिन्दू सनातन धर्म की आस्था जितना अपमान करेगा उसे चौट पहुंचाएंगे, सनातन धर्म उतना और सशक्त होकर अन्य जितने भी और अन्य मामले हो सभी को ओर ज्यादा ताकत से हिन्दू धर्म उठाने को तैयार होंगे
महामंडलेश्वर चिदम्बरानन्द ने कहा कि न्यायालय प्रक्रिया तब तक चलती रहिगो जब तक हिन्दूओ को अपनी आस्था अस्मिता के प्रति आवेग उत्पन्न नही होगा, यदि मुगलो ने जितने अत्याचार धार्मीक स्थलों पर किये है उन सभी धर्मस्थलो को 1 झटके में वापस लेना है तो कम से कम 60प्रतिशत हिन्दुओ को जाग्रत होने की आवश्यकता है
महामंडलेश्वर चिदम्बरानन्द ने महात्मा गांधी को लेकर भी बड़ा विवादित बयान दिया है उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का वध किया गया है ना कि हत्या , क्यो की महात्मा गांधी ने छोटी छोटी बात के लिए अनशन किया , लेकिन उन्होंने भारत के बटवारे पर कभी विरोध नही किया ना ही बटवारा रोकने के लिए अनशन किया ,, इसके बाद भी महात्मा गांधी ने मुस्लिम परस्ती दिखा कर अति कर दी, जब बटवारे के वक्त हिन्दू दिल्ली जामा मदजीद में रुके तो ,महात्मा गांधी ने कड़कती ठंड में हिन्दुओ को बाहर कर दिया और हिन्दुओ को कहा था कि इनके धर्म स्थल पर नही रह सकते, इसके अलावा पाकिस्तान को पैसा देने की बात भी महात्मा गांधी ने कही थी, चिदम्बरा नन्द ने कहा कि , कोई भी व्यक्ति गांधी का 1 सफल आंदोलन नही बता सकता, ओर इसलिए जो पक्षपात उन्होंने किया उसके बदले में उनकी हत्या को वध कहा जाना चाहिए
बाइट – चिदम्बरानंद सरस्वती ( महामंडलेश्वर मुम्बई आश्रम
*रतलाम से जन्म भूमि टाइम्स में जेबीटी आवाज टीवी के लिए बलराम धमान की रिपोर्ट*
