धान प्रोत्साहन राशि वितरण का कटंगी में 24 सितम्बर को राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव प्रदेश के 06 लाख 69 हजार 272 किसानों को 337.12 करोड़ रुपए की धान प्रोत्साहन राशि का करेंगे वितरण
कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन एवं उन्नत कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी रहेगी आकर्षण का केंद्र
244.52 करोड़ रुपए के 78 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन भी होगा
नक्सल प्रभावित ग्रामों के 812 युवाओं को विशेष सहयोगी दस्ते में नियुक्ति पत्र दिये जाएंगे
3734 युवाओं को प्रतिष्ठित कंपनियों में रोजगार के लिए नियुक्ति पत्र दिये जाएंगे
24 सितंबर को बालाघाट जिले की कृषि उपज मंडी कटंगी में मुख्यमंत्री कृषि उन्नति योजना अंतर्गत वर्ष 2024-25 के धान प्रोत्साहन राशि वितरण का राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश के 06 लाख 69 हजार 272 किसानों के खाते में 337 करोड़ 12 लाख रुपए की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से अंतरित करेंगे। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा बालाघाट जिले के 244 करोड़ 52 लाख रुपए की लागत के 78 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन भी किया जाएगा। इस कार्यक्रम में जबलपुर संभाग के बालाघाट सहित अन्य जिलों के 25 हजार किसान शामिल होंगे।
कृषि उपज मंडी प्रांगण कटंगी में आयोजित इस राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा बालाघाट जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के ग्रामों के 812 युवाओं को विशेष सहयोगी दस्ते में नियुक्ति का पत्र सौपेंगे। इसके साथ ही बालाघाट जिला प्रशासन द्वारा जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्र के 10वीं एवं 12वीं पास तथा आईटीआई से डिप्लोमा प्राप्त युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए आयोजित रोजगार महोत्सव में चयनित 3734 युवाओं को प्रतिष्ठित कंपनियों में नियुक्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। इसमें जिला प्रशासन द्वारा 20 से 22 सितम्बर तक सांदीपनी विद्यालय बालाघाट में आयोजित रोजगार महोत्सव के माध्यम से कंपनियों द्वारा चयनित 2734 युवा, पुलिस द्वारा एल एंड टी कंपनी के लिए भर्ती कराये गए नक्सल प्रभावित क्षेत्र के 500 युवा तथा पूर्व में लगाये गए रोजगार मेले में चयनित 500 युवा शामिल है। प्रतिष्ठित कंपनियों में नियुक्ति पत्र पाने वाले युवाओ का कंपनियों द्वारा प्रशिक्षण के उपरांत प्लेसमेंट कराया जाएगा। इससे युवाओं को 15 से 25 हजार रुपए मासिक का रोजगार मिलने जा रहा है। इसमें लगभग 01 हजार युवतियॉ शामिल है, जिनका बैंगलोर की कंपनियों में प्लेसमेंट होने जा रहा है। इतनी बड़ी संख्या में युवतियों का रोजगार के लिए आगे आना महिला सशक्तिकरण की एक मिसाल है।
कटंगी में आयोजित मुख्यमंत्री कृषि उन्नति योजना अंतर्गत धान प्रोत्साहन राशि वितरण कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण का विषय कृषि एवं अन्य विभागों की प्रदर्शनी होगी। जिसमें बालाघाट जिले के 90 प्रतिशत क्षेत्र में बोयी जाने वाली मुख्य फसल धान है, जिसका प्रदेश में सर्वाधिक क्षेत्रफल है। इसलिए बालाघाट जिले को प्रदेश में धान का कटोरा भी कहा जाता है । बालाघाट जिले में कुल 03 लाख 26 हजार 690 हेक्टेयर क्षेत्र में अलग अलग फसलें बोई जाती है । जिसमे 1.5 लाख हेक्टेयर से अधिक रकबे पर पंजीकृत किसानों द्वारा धान लगाई जाती है। प्रति वर्ष न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 01 लाख से अधिक किसानो से 5 लाख मेट्रिक टन से अधिक की धान खरीदी की जाती है। जिसमें किसानो को 1200 करोड़ रुपये से अधिक राशि का भुगतान सफलतापूर्वक उनके आधार से लिंक बैंक खाते में किया जाता है। प्रति वर्ष न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान में बालाघाट जिला प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहता है।
24 सितंबर को मुख्यमंत्री कृषि उन्नति योजना अंतर्गत मध्यप्रदेश के 06 लाख 69 हजार 272 किसानों को संवर्धन एवं आर्थिक सुरक्षा की दृष्टि से 337.12 करोड़ रुपये की धान प्रोत्साहन राशि का वितरण सिंगल क्लिक के माध्यम से किया जाएगा। इस अवसर पर धान की उन्नत किस्मों एवं आदिवासी अंचल में उगायी जाने वाली विभिन्न परपंरागत, देशज किस्मों की सजीव प्रदर्शनी लगायी जायेगी, जो कि जिले के प्रगतिशील किसानों के खेतों में उगायी जा रही है। धान प्रोत्साहन राशि वितरण कार्यक्रम में जिले के एक जिला-एक उत्पाद एवं प्रदेश में कृषि क्षेत्र की प्रथम जी.आई. टैग प्राप्त ‘’बालाघाट चिन्नौर’’ का चावल आकर्षण का प्रमुख केन्द्र रहेगा। इस कार्यक्रम में जिले में उत्पादित ‘श्रीअन्न‘ (मिलेट्स फसलें), एफ.पी.ओ., एस.एच.जी. व एन.जी.ओ. द्वारा श्रीअन्न के मूल्य संवर्धित उत्पादों की ‘श्री अन्न प्रदर्शनी’ भी दर्शित होगी।
प्रदर्शनी में कृषि विभाग एवं संबंधित विभागों द्वारा जिले में संचालित विभिन्न शासकीय योजनाओं के साथ-साथ नवाचार जैसे :- सोलर लाईट ट्रैप के अनुप्रयोग, श्रीअन्न ‘रागी’ फसल, तिल, मूंग एवं उड़द फसल का ग्रीष्मकालीन उत्पादन की तकनीकी का प्रदर्शन किया जायेगा। प्रदर्शनी में जिले में हो रही प्राकृतिक खेती का सजीव चित्रण प्रस्तुत किया जायेगा। साथ ही उन्नत कृषि यंत्र जैसे :- ड्रोन, सुपर सीडर, हैप्पी सीडर, बेलर, रीपर व लेजर लैण्ड लेवलर आदि यंत्रों का प्रदर्शन कर किसानों को उनकी उपयोगिता समझायी जायेगी।
प्रदर्शनी में जिले में डी.ए.पी. एवं यूरिया उर्वरकों के उपयोग को सीमित करने में सहभागी नैनो यूरिया एवं नैनो डी.ए.पी. के अनुप्रयोग तकनीकी का प्रदर्शन किया जायेगा। प्रदर्शनी में सहकारिता विभाग द्वारा ‘सहकार से समृद्धि’ योजनान्तर्गत पैक्स कंप्यूटराईजेशन, सीएससी सेंटर व पीएम जनऔषधि केन्द्र प्रदर्शित किया जायेगा। उद्यानिकी विभाग द्वारा उन्नत सिंचाई तकनीकी जैसे :- स्प्रींकलर व ड्रीप सिंचाई, मत्स्य विभाग द्वारा पीएम मत्स्य संपदा योजना व जिले में किये गये नवाचार ‘निषादराज भवन’, पशुपालन विभाग एवं डेयरी विभाग द्वारा प्रदेश में सर्वाधिक पशु संख्या वाले जिले में डेयरी की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए विभागीय योजनाओं व नवाचारों का प्रदर्शन किया जायेगा।
इस प्रकार कटंगी में आयोजित इस सम्मेलन के माध्यम से कृषकों की आय को बढ़ाने एवं लागत को कम करने की विभिन्न तकनीकों का उपयोग, कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना के लिए मार्गदर्शन कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षण होंगे।
