ब्रेकिग। बरेली
रिपोर्ट। उत्तर प्रदेश वीरेन्द्रसिंह बरेली
यूपी बरेली के एसएसपी कार्यालय में सोमवार को जबरदस्त हंगामा हुआ। बेटे की बरामदगी के लिए महीनों से एसएसपी कार्यालय के चक्कर काट रहे दंपति को पुलिस ने एक बार फिर फटकार लगाई। जिसके बाद पिता को जबरन पुलिस की गाड़ी में ठूंसकर कोतवाली भेज दिया गया। उधर, पिता गाड़ी में बैठते समय चीखता रहा, मुझे नहीं जाना… मुझे मेरा बेटा चाहिए… मगर पुलिस ने उसे जबरन पकड़कर गाड़ी में बैठाया और कोतवाली ले गए।
दरअसल, थाना बिशारतगंज के अरछेड़ी गांव के रहने वाले पीड़ित दंपति दिनेश और बेबी के अनुसार, उनका बेटा शिवम 13 सितम्बर 2021 को घर से जयुपर में हो रही सेना भर्ती की बात कहकर निकला था। इसके बाद आज तक कुछ पता नहीं चल सका। उन्होंने यह भी बताया कि, उन्हें अलीगढ़ से एक युवती की कॉल भी आई थी, जिसमें बताया गया था कि, उनका बेटा अलीगढ़ आया था, जिसका बैग अलीगढ़ के एक होटल में रखा है। पीड़ित पिता का कहना है कि उनका बेटा करीब 7 महीने बाद भी घर वापस नही लौटा है। पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया है। मगर अभी तक बेटे का कोई सुराग नहीं लगा सकी है। जब भी जाओ तो गोलमोल जबाव देकर टरका देती है।
आज यानी सोमवार को फिर से पीड़ित मां-बाप एसएसपी कार्यालय पहुंचे। वहां उन्होंने फिर से बेटे को तलाश करने की गुहार लगाई। जिस पर एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने आश्वासन दिया कि इस मामले में जांच पड़ताल चल रही है। मगर जब दंपति संतुष्ट नहीं हुए तो उन्होंने कहा कि उनकी विवेचना को भी बदला जा रहा है। दूसरे इंस्पेक्टर से विवेचना कराई जाएगी। मगर इसके बाद भी दंपति लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की बात पर अड़े रहे। जिस पर एसएसपी ने उन्हें फटकार लगाई और कहा कि ऐसे किसी भी बेगुनाह को वह जेल नहीं भेज सकते। जिसके बाद दंपती कार्यालय से उठे और धरने पर बैठने की बात कहकर ऑफिस से निकल गए। आनन-फानन में उन्हें धरने पर बैठने से रोका गया। और एसएसपी के आदेश पर उन्हें कोतवाली भेजा गया। मगर, दंपति ने पुलिस पर उन्हें बेइज्जती करने का आरोप लगाया है।