लांजी क्षेत्र में मां जगत जननी मां भवानी की पूजा-अर्चना का उत्साह
शारदेय नवरात्र: तैयारियां अंतिम दौर में, धर्ममय हुआ वातावरण
लांजी। क्षेत्र में शारदेय नवरात्र का पवित्र पर्व 22 सितंबर से शुरू होने जा रहा है, जो 2 अक्टूबर को विजया दशमी के साथ संपन्न होगा। इस दौरान लांजी क्षेत्र में मां जगत जननी भवानी की पूजा-अर्चना का उत्साह चरम पर होगा। मां दुर्गा के भक्तों में नवरात्र को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है, और क्षेत्र के प्रसिद्ध देवी मंदिरों, घरों, और सार्वजनिक दुर्गा पंडालों में तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। लांजी क्षेत्र के प्रमुख देवी मंदिरों में साफ.-सफाई, रंग-रोगन, और आकर्षक सजावट का कार्य तेजी से चल रहा है। मां लंजकाई मंदिर, मां गायत्री मंदिर, मां काली मंदिर, मां शीतला मंदिर, त्रिशक्ति दुर्गा मंदिर, दुर्गा मंदिर निमटोला, दुर्गा मंदिर बिसोनी, मां पांढरीपाठ धाम वारी, भाडरासुर, माताघाट, कांद्रीघाट सहित सभी ग्रामीण माता मंदिरों को भव्य रूप दिया जा रहा है। नवरात्र के नौ दिनों तक भक्तों द्वारा मां भवानी की उपासना के लिए ज्योति कलशों की स्थापना की जाएगी। इन मंदिरों में भारी संख्या में भक्त ज्योति कलश स्थापित कर अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए मां दुर्गा से प्रार्थना करेंगे। नौ दिनों तक जस, भजन, कीर्तन, और आरती के साथ माता रानी का जागरण जैसे भक्ति कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। भक्तों द्वारा मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा.अर्चना की जाएगी, जिसमें मां शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, और सिद्धिदात्री की विशेष आराधना शामिल है। विजया दशमी के दिन मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा, और भक्तगण भक्ति और उत्साह के साथ इस पर्व को विदाई देंगे। इस दिन भक्त मां दुर्गा से सुख, समृद्धि, और शांति की कामना करेंगे।
