लोकतंत्र सेनानी संघ पाली आपातकाल आंदोलनकारीओ को विशेस समान दर्जा की देने की मांग।
लोकतंत्र सेनानी संघ ने की थी प्रेस वार्ता
पाली
जिला मुख्यालय पर आज लोकतंत्र सेनानी संघ पाली द्वारा प्रेस वार्ता कर आज 25 जून को 47 वर्ष पूर्व तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए देश में इमरजेंसी आपातकाल के बारे में विस्तार से बता कर उस दिन को लोकतंत्र का हत्या करने वाला दिन बताया।
साथ ही लोकतंत्र सेनानियों ने आज केंद्र सरकार से आपातकाल समय में आंदोलनकारियों को राष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र सेनानी घोषित करने ,उस समय आंदोलनकारी द्वारा किये कार्यों द्वारा लोकतंत्र की रक्षा के लिए लोकतंत्र की बहाली के लिए किए गए बलिदान को संघर्ष को पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने एवं आपातकाल समय में संघर्ष करने वाले लाखों आंदोलनकारियों को विशेष दर्जा दे सम्मानित करने की मांग केंद्र सरकार से की
गौरतलब रहे कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बिना मंत्रिमंडल से चर्चा किए पूरे देश में आपातकाल लगा दी थी और हजारों बेगुनाहों को एवं विरोधियों को जेलों में डाल दिया गया था ,यह कांग्रेस सरकार की उस समय आज तक की सबसे बड़ी गलती और भूल और देश के साथ धोखा था।
1975 आपातकाल को देश की जनता आज तक नही भूली 1975 आपातकाल समय में जिन लोगों ने संघर्ष किया उनको सम्मान मिलना चाहिए, इसी उपलक्ष में लोकतंत्र सेनानी संघ पाली द्वारा प्रेस वार्ता कर उनकी आवाज ,मांग केंद्र सरकार तक पहुंचाने की आह्वान मीडिया से किया गया
पाली ब्युरो सुरेश पवार
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