बालाघाट/मध्यप्रदेश राम साकुरे चांगोटोला क्षेत्र में पेयजल उपलब्ध कराने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं नल जल योजना हुई असफल।
अप्रैल माह चालू और भीषण गर्मी की वजह से परसवाड़ा विधानसभा में पेयजल संकट मंडराने लगा चांगोटोला क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में देखा जाए तो दर्जनों ग्राम के ग्रामीण पेयजल के लिए गंदा पानी,हवा फेंक रहे हैंडपंप में घंटों लाइन पर लग कर मशक्कत करते हुए पेयजल की व्यवस्था कर रहे हैं । तो वही कुछ ग्रामीण नदी में झिरिया बनाकर पानी की कमी को दूर कर रहे हैं करोड़ों की नल जल योजना के तहत चांगोटोला क्षेत्र के 33 ग्रामों में रोजाना स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने में विफल नजर आ रही है । गर्मी का पारा चढ़ रहा है और पानी की किल्लत से ग्रामीण परेशान हैं तो वही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं सरकार द्वारा करोड़ों की राशि से चलाई जाने वाली नल जल योजना चांगोटोला के ग्रामीण अंचलों में विफलता के ढिंढोरा पीट रही है । जिम्मेदार बढ़ते पारे को देखते हुए घर में बैठकर तमाशाबिन बन रहे हैं ।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी का हेड पंप पर नहीं ध्यान फेक रहे हवा तो कोई गंदा पानी ।
हर वर्ष चांगोटोला क्षेत्र में पेयजल की समस्या को लेकर ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है यह सब जानते हुए भी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए हैडपम्प वर्तमान में हवा फेंक रहे हैं तो कुछ हेडपंप गंदा पानी फेंक रहे हैं ऐसे में ग्रामीणों के द्वारा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के जिम्मेदारों को अवगत कराया जाता है तो जिम्मेदार भी अपना पल्ला झाड़ लेते हैं और खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है । आखिरकार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कर्मचारी अप्रैल माह की भीषण गर्मी को देखते हुए पहले ही हैंडपंप की मरम्मत क्यों नहीं कर लेते ताकि भीषण गर्मी में ग्रामीणों को पेयजल जैसी गंभीर समस्या का सामना ना करना पड़े ग्रामीणों की माने तो जनप्रतिनिधि भी पेयजल की समस्या से उभारने मैं तमाशा बिन बने हुए हैं ।
मध्यप्रदेश जल निगम द्वारा ग्रामीणों को उपलब्ध कराया जा रहा 2 दिन बाद जल ।
मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा स्वच्छ एवं पीने योग्य जल ग्रामीणों को उपलब्ध कराने हेतु करोड़ों की लागत से संचालित नल जल योजना जोकि परसवाड़ा विधानसभा के अंतर्गत आने वाले ग्राम देवसर्रा में प्लांट लगाया गया है जहां से चांगोटोला क्षेत्र के लगभग 33 ग्राम के ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी गई है । परंतु हाल ही में भीषण गर्मी को देखते हुए पेयजल की किल्लत से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ऐसी स्थिति में नल जल योजना भी विफल नजर आ रही है ऐसे में जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से भागते नजर आ रहे हैं । हाल ही में नल जल योजना के अंतर्गत कार्य कर रहे श्रमिकों ने भी श्रम विभाग में शिकायत की है विगत लंबे समय से कलेक्ट्रेट रेट से मजदूरी देने के लिए अड़े हुए हैं पर इन सब की समस्या के बीच ग्रामीणों को पेयजल की गंभीर समस्या से आखिर उभारेगा कौन यह सवाल पानी की किल्लत झेल रहे हैं ग्रामीणों का है ।
इनका कहना,,
पूरे छेत्र के हेंडपम्प की जानकारी लेने से अच्छा है कि आप किसी गाँव का नाम बताए जिसको हमारे कर्मचारियों को भेजकर दिखवा दिया जाएगा ।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग
कार्यपालन यंत्री बालाघाट
अरुण श्रीवास्तव