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वारासिवनी नगर में हुआ प्रदीप जायसवाल का उनके समर्थकों द्वारा भव्य स्वागत

क्षेत्र के विकास व जनता की सेवा के लिए मैंने लिया फैसला प्रदेश में बनेगी भाजपा की सरकार प्रदीप जायसवाल

वारासिवनी नगर में हुआ प्रदीप जायसवाल का उनके समर्थकों द्वारा भव्य स्वागत

बालाघाट

वारासिवनी के निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल ने भाजपा की सदस्यता लेकर 16 अक्टूबर सैकड़ो गाड़ियों का काफिला लेकर सर्वप्रथम बालाघाट भाजपा कार्यालय पहुंचे। जहां कैबिनेट मंत्री गौरी शंकर बिसेन एवं भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका गर्म जोशी से स्वागत किया।इस दौरान बालाघाट में सैकड़ो की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता शामिल रहे‌। विधायक प्रदीप जायसवाल ने बालाघाट भाजपा कार्यालय में दीनदयाल उपाध्याय, श्यामाप्रसाद मुखर्जी व भारत माता की तस्वीर मे माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया। तत्पश्चात सैकड़ो गाड़ियों का काफिला लेकर वारासिवनी पहुंचे। जहां पर उनके समर्थको द्वारा उनका जगह-जगह में भव्य स्वागत किया गया।


इस दौरान प्रदीप जायसवाल ने कहा कि वह भाजपा में शामिल होकर खुश है, उनका लक्ष्य क्षेत्र का विकास व जनता की सेवा रहा है। आगे भी क्षेत्र का विकास और जनता की सेवा ही उनका लक्ष्य हैं। वही केबिनेट मंत्री भाजपा के वरिष्ठ नेता गौरीशंकर बिसेन ने भाजपा में शामिल हुये प्रदीप जायसवाल का स्वागत करते हुये कहा कि हमारे नेतृत्व का जो निर्णय है वह हमे स्वीकार है। सभी मिलकर पार्टी के लिये कार्य करेगें। बता देवें कि निर्दलीय विधायक व खनिज विकास निगम के अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल एक दिन पहले ही भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा बी. डी. शर्मा, कैबिनेट मंत्री गौरीशंकर बिसेन की उपस्थिति में भाजपा में शामिल होकर भगवा गमछा पहने हैं। श्री जायसवाल के साथ में उनकी धर्मपत्नी व पूर्व नपाध्यक्ष श्रीमती स्मिता जायसवाल पुत्र प्रबल जायसवाल, नपाध्यक्ष श्रीमती सरिता दांदरे, पूर्व पार्षद विक्की ऐडे,संदीप मिश्रा सहित अन्य ने भी भाजपा का भगवा गमछा पहना भाजपा में शामिल हुए थे।
भाजपाई बने विधायक प्रदीप जायसवाल ने कहा कि भाजपा में शामिल होने पर वह खुश हैं। वह कांग्रेस पार्टी से तीन बार के विधायक रहे और संगठन में जिलाध्यक्ष सहित विविध पदो पर काबिज रहे हैं। लेकिन परिस्थिति ऐसी आयी कि चुनाव लड़ना पड़ा और जनता ने उन्हें विधायक चुना। जनता का विश्वास मेरी जड़े हैं, जनता की सेवा व विश्वास मेरी जड़े हैं और जब जनता की सेवा ईमानदारी से होती हैं तो हम किस पार्टी से आते हैं और क्या सिंबाल यह मायने नहीं रखता है। मेरा मुख्य उदेश्य जनता की सेवा करना और हमारे परिवार का लक्ष्य भी यहीं रहा है। मुझे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ साढ़े 3 साल कार्य करने का अनुभव हैं। उस अनुभव को आगे बढ़ाते हुये क्षेत्र के विकास के लिये कार्य किया है। इसी के चलते वे भाजपा में शामिल हुये और अब आगे भाजपा की
टिकिट से चुनाव लड़ना है। जैसे कि इस समय हमारे ही उनका लक्ष्य हैं। बड़े महानगरों की तरह सुविधाओं को लाने का काम उन्होंने वारासिवनी विधानसभा क्षेत्र में किया है। गार्डन बनाना हो या फिर इंडोर स्टेडियम लाने का काम हमने किया है। श्री जायसवाल ने कहा कि मेरी सेवा देखकर मुझे भाजपा में शामिल किया गया और टिकिट दी जा रही है। किसी को टिकिट नहीं काटी गई हैं। यह सही है कि पार्टी में शामिल होने पर कुछ लोग नाराज हो सकते हैं, पर मेरा कहना है कि मुझे किसी की टिकिट काटकर शामिल नहीं किया गया हैं। बल्कि सर्व के आधार पर मुझे टिकिट दी जा रही हैं। भाजपा, कांग्रेस या बसपा किसी के भी सर्वे में गुडडा जायसवाल की जीत को लेकर नाम आया हैं उसके पश्चात ही ऐसा निर्णय हुआ।

हमारे नेतृत्व के निर्णय का स्वागत है- गौरीशंकर बिसेन

केविनेट मंत्री वरिष्ठ भाजपा नेता गौरीशंकर बिसेन ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि प्रदीप जायसवाल को भाजपा मे शामिल करने के निर्णय का हम स्वागत करते हैं। यह खुशी का विषय हैं कि हमारे एक साथी भाजपा में शामिल हुये हैं। शीर्ष नेतृत्व के इस निर्णय का स्वागत हैं। भाजपा का परिवार बड़ा है।
वारासिवनी में कथित तौर पर विरोध के संबंध में उन्होंने कहा कि नेतृत्व के निर्णय को स्वीकारते हैं और उस निर्णय लेकर हमारे कार्यकर्ता चलते हैं और वह पार्टी के सिंबाल के साथ कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि श्री जायसवाल ने सरकार बनाने के दौरान हमारी पार्टी को समर्थन दिया था, और उस समय नेतृत्व के साथ क्या बात हुई थी उसके तहत श्री जायसवाल पूरी तरह से तटस्थ रहकर समर्थन दिया। इसी समर्थन को लेकर नेतृत्व में क्या तय हुआ इसकी उन्हें जानकारी नहीं हैं। इस संबंध में सीएम ने विगत 4 तारीख के बालाघाट में भरे मंच से भी कहा था कि श्री जायसवाल ने सरकार बनाने में सहयोग किया व उस पर अडिग रहे।
एक और जहां भाजपा में शामिल होकर पहली बार बालाघाट पहुंचे निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल का स्वागत हो रहा है। वहीं दूसरी ओर वारासिवनी के भाजपा नेता डा. योगेन्द्र निर्मल ने उनका विरोध किया है। पूर्व विधायक डा. योगेन्द्र निर्मल ने कहा कि पार्टी के नेताओं को अंहकार हो गया है। अब ऐसा लगने लगा है कि पार्टी में प्रजातंत्र नहीं है। जिस व्यक्ति ने अपने पूरी जीवन भर भाजपा और आर. एस. एस. को कोसने का कार्य किया है उसे पार्टी में शामिल करके नेता बना दिया? पार्टी ने प्रदीप जायसवाल को पार्टी में लेने का निर्णय लिया है, हम लगातार ढाई वर्षो से उसका विरोध कर रहे है। हमने प्रदेश के जिले के नेताओं को सारी बात से अवगत कराया, इसके बावजूद भी पार्टी ने उसे लिया है तो हमारा भारी विरोध है। उन्होंने कहा कि भाजपा भोपाल ने जो निर्णय लिया है. उसका विरोध हमारे सारे कार्यकता कर रहे हैं। हमारे कार्यकर्ताओं से ना कोई चर्चा को और ना ही विश्वास में लिया गया। हमे ऐसा लग रहा है कि पार्टी में अब प्रजातंत्र नहीं है।
डा. योगेन्द्र निर्मल ने कहा कि अगर गुड़ा जायसवाल को भाजपा प्रत्याशी बनाती है तो हम किसी भी प्रकार का कार्य भाजपा का नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि. 5 सितंबर से हमारे कार्यकता प्रदीप जायसवाल का विरोध कर रहे है। इसी बीच ना जाने किस स्वार्थ के चलते विधायक गौरीशंकर बिसेन भी विरोध में खड़े हो गये। मैंने गौरीशंकर बिसेन पर कभी भरोसा नहीं किया।चुनाव लड़ने की बात पर श्री निर्मल ने कहा कि मैने पहले कहा था कि चुनाव नहीं लडूगा, किंतु उस समय की परिस्थिति अलग थी जब हमारे बड़े नेताओं का कोई सिद्धांत नहीं है तो हम सिद्धांतों पर चलकर क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने वोट के लिये प्रधानमंत्री पद तक त्याग दिया, परंतु अब सिद्धांत की राजनीति नहीं बची। राजनीति मैं कोई भी राजा हरिशचंद और राजा दशरथ नहीं है। अगर पार्टी के बड़े नेता सिद्धांतो पर नहीं चल रहे है तो हम भी सिद्धांतों पर नहीं चलेंगे।

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