कागज़ में जारी हो गया बेदख़ली का फ़रमान, धरातल पर यथावत अतिक्रमण की ईंटें
शासकीय भूमि से कब्जा हटाने तहसीलदार के छूट रहे पसीने!
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कागज़ में जारी हो गया बेदख़ली का फ़रमान, धरातल पर यथावत अतिक्रमण की ईंटे
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जयसिंहनगर/शहडोल। जनपद क्षेत्र जयसिंह नगर के अंतर्गत आने वाले गांव मीठी में 2.428 हेक्टेयर की भूमि पर किया गया कब्जा हटाने के लिए एसडीएम ने आदेश दे दिया, बावजूद इसके किये गए अतिक्रमण में से की एक ईंट भी अभी तक नहीं हटाई गई है। वहीं नायब तहसीलदार सहित अन्य राजस्व अधिकारियों को शायद ये अतिक्रमण हटाने में पसीने छूट रहे हैं। आदेश के बाद भी राजस्व कर्मी नींद में हैं, और कई हेक्टेयर कब्जे की भूमि अतिक्रमण मुक्त होने की बांट जोह रही है।
शासकीय भूमि पर कब्जा :
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जयसिंहनगर के ग्राम पंचायत मीठी अंर्तगत खसरा नम्बर 394 की 2.428 हेक्टेयर शासकीय भूमि खेल मैदान के लिए आरक्षित की गई। इस पर रामखेलावन पिता रामसेवक बसोर, रमेश बसोर पिता रामखेलावन बसोर, दिनेश बसोर पिता रामखेलावन बसोर, सुरेश पिता रामखेलावन बसोर ने कब्जा जमा रखा है।
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बे-दखली का हो गया आदेश :
बता दें कि गांव की सरपंच सरोज सिंह द्वारा अतिक्रमण भूमि को मुक्त कराने की गुहार लगाई गई थी। जिसके बाद पटवारी और आरआई के जांच और सीमांकन प्रतिवेदन के बाद एसडीएम कोर्ट ने संहिता की धारा 248 के तहत प्रकरण दर्ज कर अर्थदण्ड अधिरोपित करते हुए भूमि से बेदखल किये जाने का आदेश क्रमांक 422/अ.वि.अ./समक्ष/आवे जयसिंहनगर, दिनांक 08 सितम्बर, 2022 नायब तहसीलदार को पारित कर उक्त अतिक्रमित भूमि को खेल मैदान का कार्य अधूरा होना बताकर बे-दखली का आदेश दिया है।
किसका इंतजार कर रहे जिम्मेदार ?:
आदेश के बाद यदि नायब तहसीलदार, आरआई और पटवारी दिलचस्पी दिखाते तो मौके स्थल पर से अतिक्रमण आदेश के बाद हटा दिया जाता। लेकिन आदेश के बाद भी मौके पर से शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए किसका इंतजार हो रहा है, यह समझ से परे है।