संविधान एक गाइड है संविधान एक महानदी के समान है देश का हर एक नागरिक तथा उनको मिलकर बना प्रत्येक समाज और उन सब के द्वारा बने अपने भारत देश को निरंतर प्रगति पथ पर लेकर चलने के लिए संविधान एक गाइड है। संविधान के चलते 02 अप्रैल को एससी एसटी के लोगों के द्वारा एक बड़ा आंदोलन देश के अंदर में खड़ा किया गया .और वह आंदोलन के चलते आरक्षण में आने वाली दिक्कतों के लिए. बदलाव लाने के लिए. उसमें 13 साथियों ने अपनी जान कुर्बान की !प्राणों की आहुति दी !
संविधान यह एक नीतिगत कानून की किताब है ।जिसके दायरे में रहकर व्यक्ति और समाज का नियमन, नियंत्रण करके देश का विकास किया जा सकता है। जिस तरह नदी के दो किनारे पानी को सागर की तरफ बह जाने के लिए मदद करते हैं, और तभी वह बहता पानी साफ रहता है, और यह प्राकृतिक ही है ।रुके हुए पानी में सड़न पैदा होती है, वैसे ही मनुष्य अपने अपने जाति के डब्बे में।
धर्म के तालाब में सड़ते रहने के बजाय वह निरंतर प्रगति करते रहे। अपना संविधान एक महानदी के समान है। देश में रहने वाले सभी लोगों के लिए वह एक राष्ट्र धर्म होता है अपने देश में कुछ लोग बुद्धि चतुराई से चोरी से धृष्टता से अति भोग वादी ना हो सके या कुछ अन्य लोग अज्ञान के कारण अति लेस दुख में ना पड़े रहे ,इसीलिए इन दोनों किनारों के मध्य में सब के विकास को करने के लिए संविधान मार्गदर्शक है। अर्थात एक व्यवस्थित शासन पद्धति निरंतर चलते रहने के लिए अपना संविधान एक नीति तथा नीति निर्धारक है। देश की आने वाली संतानों को अपना विकास साधने के लिए उन्हें प्रगति का मार्ग दिखाने के लिए संविधान एक मशाल है, एक टॉर्च है, और कल 2 अप्रैल 2022 को कार्यालय गंगा भवन तुमसर रोड कटंगी पर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए जाएंगे जिन्होने संविधान के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है।
क्रातिकारी शुरवीरो को शत् शत् नमन
जय संविधान -जय भारत
🙏🙏🙏