*सुसाइड नोट में लिखा- सावन का महीना है महाकाल के यहां जाना चाहिए और बुला रहे हैं, फिर ग्राइंडर से काटा गला*
रिपोर्ट:-आदित्य शुक्ला
*हरदोई*। एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. अधेड़ उम्र के पुजारी ने कमरे का दरवाजा बंद कर ग्राइंडर से खुद का गला काटकर खुदकुशी कर ली. कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो सभी हैरान रह गए.
बरामद सुसाइड नोट में मृतक ने लिखा- ‘सावन का महीना है महाकाल के यहां जाना चाहिए और बुला रहे हैं, हमारी मृत्यु में किसी का भी हाथ नहीं है परिवार वाले बेगुनाह हैं जय जय श्री महाकाल’.. सुसाइड की वजह जानकर पुलिस भी हैरान रह गई. हालांकि पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और अग्रिम कार्रवाई में जुटी है.
संजय द्विवेदी प्राइवेट नौकरी करते थे, लेकिन दो वर्ष से उन्होंने छोड़ दी और घर पर अपनी पत्नी अनीता और तीन पुत्र हिमांशू, अनुज व अभिषेक व एक पुत्री अंशू के साथ रहते थे। घर के ऊपर एक कमरे में उन्होंने मंदिर बनवा रखा था और उसी में ज्यादातर रहते। शुक्रवार की शाम भी वहीं पर थे, काफी देर तक कोई आहट न मिलने पर उनकी पत्नी ऊपर गईं तो कमरा बंद था।
यह मामला उत्तर प्रदेश के हरदोई का है. बताया जा रहा है कि पुजारी घर में मंदिर बनाकर पूजा पाठ करता था और आज उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया. ये हैरान कर देने वाला मामला हरदोई जिले में थाना कोतवाली शहर इलाके के हरीपुरवा गांव का है.
50 वर्षीय संजय द्विवेदी ने घर में अपने कमरे में गए और दरवाजा बंद कर लिया. अंदर संजय ने ग्राइंडर से खुद का गला काट लिया. पत्नी के दरवाजा खटखटाने के बाद भी काफी देर तक जब दरवाजा नहीं खुला तो पत्नी ने बेटे अभिषेक, अनुज और हिमांशु को सूचना दी. जिसके बाद मौके पर पुलिस को बुलाया गया और कमरे का दरवाजा तोड़ा गया.
कोतवाली शहर इलाके के हरीपुरवा गांव के पुजारी संजय द्विवेदी (50) भगवान शिव के भक्त थे. शुक्रवार सुबह रोज की तरह उठे और स्नान कर पूजा पाठ किया. पूरा दिन गुजरने के बाद शाम को छत के कमरे में गए और दरवाजा बंद कर पूजा पाठ करने लगे. काफी देर तक जब वह नीचे उतरकर नहीं आए तो रात करीब 10 बजे उनकी पत्नी छत पर कपड़े उठाने गईं और कमरे से कोई आवाज न आने पर खटखटाया.
जब दरवाजा नहीं खुला तो बेटों को बुलाया. पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर का मंजर देख सब सकते में आ गए. कमरे में मंदिर के पास संजय का गला कटा शव पड़ा था, खून से लाल ग्राइंडर गले से सटा हुआ था. पूजा स्थल के पास ही सुसाइड नोट रखा हुआ था.
प्रमोद की दुकान पर जमा है 3200 रुपये :
संजय द्विवेदी ने पूरे होश में जान दी। उनके पास मिला सुसाइड नोट इसकी गवाही दे रहा है, जिसमें उन्होंने लिखा कि 3200 रुपया प्रमोद की दुकान पर जमा हैं, ले लेना। सुसाइड नोट के अंत में उन्होंने तिथि भी लिखी, जिसमें माह गलत हो जाने पर उसे सही भी किया।